
नारी डेस्क: अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच, वार्षिक अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हुई, जिसमें तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बालटाल और नुनवान स्थित जुड़वां आधार शिविरों से रवाना हुआ। 5000 से अधिक यात्री "बम बम भोले" और "हर हर महादेव" के नारे लगाते हुए आज सुबह-सुबह जुड़वां ट्रैक- अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर बालटाल मार्ग से रवाना हुए।
इसी बीच अमरनाथ गुफा से इस साल की पहली आरती की वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। जो लोग इस यात्रा पर नहीं जा सकते वह घर बैठे बाबा बफार्नी के दर्शन कर सकते हैं। पहले जत्थे में 2000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने बालटाल और 3000 से अधिक ने पहलगाम के रास्ते यात्रा शुरू की। तीर्थयात्री गुरुवार सुबह ही जंगल से भरे पहाड़ी रास्तों से चुनौतीपूर्ण यात्रा पर निकल पड़े। कुछ ने पैदल यात्रा की, जबकि अन्य ने टट्टुओं पर यात्रा की। बालटाल बेस कैंप "बम बम भोले" और "हर हर महादेव" के नारों से गूंज उठा, क्योंकि हजारों की संख्या में पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग श्रद्धालु और साधुओं सहित तीर्थयात्री श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा की ओर अपनी पवित्र यात्रा पर निकल पड़े।
तीर्थयात्रियों ने जम्मू-कश्मीर यूटी प्रशासन, श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) और पुलिस द्वारा की गई मजबूत व्यवस्थाओं के लिए खुशी और प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने एक सहज और सुरक्षित यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए किए गए निर्बाध समन्वय और सुविधाओं की सराहना की।इस साल की अमरनाथ तीर्थयात्रा पहलगाम के बैसरन मैदान में हुए एक घातक आतंकवादी हमले के दो महीने से अधिक समय बाद हो रही है, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे। 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।