नारी डेस्क: दिल्ली से ऐ ऐसा मामला सोने आया है जिसे सुनकर रूह ताे कांपेगी ही साथ में इस बात की चिंता भी सताने लगेगी कि आज के समय पर किस पर विश्वाश किया जाएं । यहां एक मां का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपने बेटे खुद को दूर कनाडा नहीं भेजना चाहती थी । इस महिला की इच्छा उसकी ही दुश्मन बन गई और उसके बेटे ने मां को रास्ते से हटाने में देर ना की।
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यह घटना दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के बदरपुर इलाके के मोलरबंद गांव में हुई। पुलिस के अनुसार 50 वर्षीय एक महिला की उसके बेटे ने कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी, क्योंकि उसने उसे काम के लिए कनाडा जाने की अनुमति नहीं दी थी।उन्होंने बताया कि 6 नवंबर की शाम को अपनी मां की हत्या करने के बाद आरोपी कृष्णकांत (31) ने अपने पिता सुरजीत सिंह (52) को फोन किया और उन्हें घर आने के लिए कहा।
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पुलिस के मुताबिक जब सिंह घर पहुंचे, तो कृष्णकांत ने उनसे “सॉरी” कहा और उन्हें ऊपर जाकर खुद देखने के लिए कहा कि उन्होंने क्या किया है। घर की पहली मंजिल पर पहुंचने पर सिंह ने अपनी पत्नी गीता को खून से लथपथ पाया और उसके शरीर पर चाकू के कई घाव थे। इस दौरान आरोपी भागने में सफल रहा। पुलिस ने बताया कि सिंह गीता को तुरंत अपोलो अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
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पुलिस ने बताया कि सिंह के दो बेटे हैं। उनका छोटा बेटा साहिल भोली (27) बैंक में काम करता है जबकी कृष्णकांत बेरोजगार था और नशे का आदी था। दोनों बेटे अविवाहित हैं और घटना के समय घर पर केवल गीता और आरोपी ही मौजूद थे।" बाद में कृष्णकांत को उसी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह कनाडा जाना चाहता था, लेकिन उसका परिवार चाहता था कि वह पहले शादी कर ले। पुलिस ने बताया कि हत्या वाले दिन मां-बेटे के बीच बहस बढ़ गई और कृष्णकांत ने कुछ समय पहले खरीदे गए चाकू से गीता पर वार कर दिया।