प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गाड़ियों के काफिले में एक और शानदार कार शामिल होने जा रही है, जिसकी 12 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है।2 मीटर दूर बम ब्लास्ट को भी झेलने वाली इस कार का नाम है Mercedes-Maybach S 650 Guard। बड़ी बात है कि इस कार पर ना तो गोली और ना ही बम धमाके का कोई असर होता है।
यह है कार की खूबियां
-2 मीटर दूर से किए गए 15 किलोग्राम टीएनटी के विस्फोट को कर सकती है बर्दाश्त
-इस कार पर की गई है पॉलीकार्बोनेट की कोटिंग
-विस्फोट के दौरान भी इसके अंदर बैठे व्यक्ति रहेंगे सुरक्षित
-इमरजेंसी की स्थिति में मिल जाएगी एयर सप्लाई
-इसमें खिड़कियों के साथ बॉडी भी बुलेटप्रूफ है
कई चीजें हैं इास कार में शामिल
इस कार में सिक्योर कम्यूनिकेशन सिस्टम भी लगाया गया है, जो किसी भी स्थिति में अलर्ट करने का काम करता है। कार में ऑनलाइन कमांड, एम्बिएंट लाइटिंग, सन प्रोटेक्शन, एयर बैलेंस सिस्टम, ऑटो क्लामेट कंट्रोल, हाई पिल फ्लोर जैसी कई चीजें भी हैं।
किसी होटल से कम नहीं है ये कार
यह कार सुरक्षा और सुविधाओं में प्रधानमंत्री मोदी की Range Rover Vogue और Toyota Land Cruiser जैसी कारों से काफी एडवांस्ड है। इसमें पावर के लिए 6.0-लीटर का ट्विन-टर्बो V12 इंजन दिया गया है। इसका इंजन 516 bhp का मैक्सिमम पावर और 900 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। इस कार में स्पेशल रन फ्लैट टायर लगाए गए हैं, जिससे की पंचर होने की हालत में भी यह तेजी से कार को चलने में मदद करेगा। अंदर से यह किसी होटल से कम नहीं है।
SPG के पास है सुरक्षा की जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए यह SPG तय करती है कि नई कार की जरूरत है या नहीं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा किसुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों को बदलने के लिए छह साल का मानदंड है और प्रधानमंत्री से संबंधित पिछली कारों का इस्तेमाल आठ साल तक किया गया, जिस पर ऑडिट में आपत्ति जताई गई और टिप्पणी की गई कि यह सुरक्षा प्राप्त करने वाले के जीवन से समझौता करने जैसा है।
कांग्रेस ने किया विरोध
मर्सिडीज की नई लक्जरी कार की खरीद किए जाने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस का कहना है- ‘वर्ष 2014 में महिंद्रा स्कोर्पियो, वर्ष 2015 में बीएमडब्ल्यू सात सीरिज, वर्ष 2017 में टोयोटा लैंड क्रूजर, वर्ष 2019 में जगुआर रेंज रोवर वोग और वर्ष 2021 में मर्सिडीज मेबैक। आरोप है कि वर्ष 2014 के बाद मोदी कभी भारत में निर्मित कार पर नहीं बैठे।