डिप्रेशन यानि की अवसाद, इससे ग्रस्त व्यक्ति अक्सर अपनी जिंदगी को खत्म करने के बारे में सोचता है लेकिन डिप्रेशन पर जिंदगी खत्म नहीं होती। आज हम आपको एक एेसी महिला से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने डिप्रेशन का डटकर सामना किया और लोगों के लिए मिसाल बनी। हम बात कर रहे हैं शीतल कोटक की। शीतल कोटक एक बॉडी बॉडीबिल्डर हैं। इनका निक नेम स़्ट्रॉग हैं। लोग इन्हें इसी नाम से बुलाते है। शीतल शुरू से इतनी स्ट्रॉग नहीं थी। बहुत कम उम्र में वह डिप्रेशन का शिकार हो गई थी लेकिन उन्होंने इस बात को कभी भी किसी से नहीं कहा।
डिप्रेशन की वजह से हुआ तलाक
फिर शीतल की शादी हो गई। शादी के बाद शीतल ने बहुत ज्यादा शराब पीनी शुरू कर दी थी। वह खाती नहीं बल्कि सिर्फ शराब पीती थी। उनकी भूख काफी कम हो गई थी। वह काफी परेशान रहने लगी थी। बाद में शीतल का तलाक हो गया। तलाक के बाद उन्होंने कई बार खुद को खत्म करने की कोशिश की। फिर शीतल के भाई की मौत हो गई। भाई की मौत के बाद शीतल की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। दरअसल, मरने से पहले शीतल के भाई ने उनसे कहा था कि खुद को मजबूत बनाओ। इसके बाद शीतल ने बॉडीबिल्डिंग का रास्ता चुना।
आज हर प्रतियोगिता जीतती है शीतल
साल 2011 में शीतल ने इसकी शुरुआत की। इससे वह खुद को ताकतवर समझती है। साल 2013 में शीतल ने कई प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और जीती भी। इसके बाद शीतल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। तब से अब तक शीतल ने हर प्रतियोगिता को जीता है। बॉडी बिल्डिंग से उन्हें डिप्रेशन से बाहर आने की ताकत मिली। इससे वह अपने दुखों को भूल पाई। खुद शीतल का मानना है कि डिप्रेशन को समझना चाहिए और इससे निकलने के लिए दूसरों की मदद लेनी चाहिए। इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं। हर किसी की जिंदगी में यह दौर आता है कोई इससे बाहर निकल जाता है तो कोई इसके आगे हार मान लेता है।
शीतल की यह स्टोरी हर उस व्यक्ति के लिए इंस्पिरेशन हैं जो सोचता है कि डिप्रेशन से बाहर नहीं निकला जा सकते। डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए जरूरी हैं कि आप लोगों से बात करें। अपनी दिल की बात दूसरों से शेयर करें। ज्यादा से ज्यादा वक्त उस काम को दें जिससे करने में आपको खुशी मिलती है। जिंदगी खत्म करने से किसी भी चीज का हल नहीं होता। हर मुश्किल का डटकर सामना करना ही जिंदगी जीने का सही तरीका है। हर किसी की जिंदगी में बुरा दौर आता है लेकिन हिम्मत और करीबी की मदद से इसका सामना करें।