आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में लोगों को सब कुछ जल्दी से जल्दी चाहिए। ये ही वजह है कि अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड जैसे की फ्रोजन पिज्जा, फ्राइज, बर्गर जैसे रेडी टू ईट फूड का सेवन काफी हद तक बढ़ गया है। हालांकि इससे हमारा खाना बनाने का समय बचता है, लेकिन ये हमारी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। दरअसल, ये बात एक स्टडी में सामने आई है। अगर आपके हर दिन की कैलोरी का सेवन 20% से ज्यादा अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड है तो आप गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं, यहां तक की दिमाग पर भी इसका गंभीर असर पड़ता है। आइए जानते हैं स्टडी के बारे में विस्तार से...
क्या होता है अल्ट्रा- प्रोसेस्ड फूड
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में चिप्स, नमकीन, चॉकलेट, कैंडी, कोल्ड्रिंक्स और रेडी टू ईट फ्रोजन फूड शामिल हैं। इन फूड्स में भारी मात्रा में कैलोरीज होती हैं जो मोटापा, हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ा देती हैं।
दिमाग को भी कमजोर करता है अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड- स्टडी
हाल ही में स्टडी की गई जिसमें पाया गया कि ज्यादा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने वाले लोगों की सोचने- समझने की क्षमता कम हो जाती है। जो लोग हर दिन कैलोरीज में 20 % से ज्यादा अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स खाते हैं, वो गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। ये दिमाग पर भी असर करता है। इससे इंसानों की निर्णय लेने की क्षमता कम हो जाती है और शरीर को भी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। वहीं स्टडी में ये बात भी सामने आई की हेल्दी खाने के साथ भी अल्ट्रा- प्रोसेस्ड फूड्स खाने से पूरी डाइट के पोषक तत्व हो जाते हैं।
इस स्टडी के लिए 10 हजार लोगों को चुना गया था। इन पर पिछले 10 सालों से स्टडी की जा रही थी। इन लोगों की उम्र 51 या उससे कम थी। दिमाग के क्षमता का परीक्षण करने के लिए डॉक्टरों ने शब्दों की पहचान, मौखिक परीक्षाएं, शब्दों को याद करने जैसे बेसिक टेस्ट लिए, जिससे ये नतीजा सामने आया। आपको बता दें अमेरिका में बिजी लाइफस्टाइल के चलते प्रोसेस्ड फूड्स खाने का चलन बहुत ज्यादा है। यहां पर लोग प्रतिदिन 48 प्रतिशत कैलोरीज का सेवन करते हैं। वहीं ब्रिटेन में लोग प्रतिदिन 56.8 प्रतिशत कैलरीज का सेवन करते हैं जो अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स से आता है।
नोट- अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन दिमाग के साथ शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता है। मोटापा, डायबिटीज और हार्ट संबंधी खतरों से बचने के लिए इसका सेवन कम से कम करें। हेल्दी डाइट लेने की आदत बनाएं।