हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। धार्मिक मान्याओं के अलावा तुलसी को एक औषधी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं में ये बहुत प्रभावी है। वैसे तो कई सारे हिंदू धर्म के लोगों के घरों में आपको तुलसी का पौधा दिख जाएगा, पर इसकी सही तरीके से देख- रेख करना कई लोगों को नहीं आता है, जिस वजह से सर्दी के मौसम में खासकरके तुलसी का पौधा सूख जाता है। अगर आप भी इसी समस्या से जूज रहे हैं तो इस स्टोरी में चलिए आपको बताते हैं तुलसी को सर्दियों में हरा- भरा कैसे रखें...
ज्यादा नमी से तुलसी को बचाएं
तुलसी का पौधा ज्यादा नमी वाली जगहों में नहीं उगती। ऐसे में सर्दियों में ये नमी के कारण मुरझा जाते हैं। इसलिए ये सुनिश्चित करें कि तुलसी के पौधे नमी जमा न करें, वरना पत्तियां गिरने लगेंगी। आप तुलसी के पौधे को 15 से 20 सेंटीमीटर तक मिट्टी खोदकर इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। जब जड़ों में नमी दिखाई देने लगे, तो उन्हें सूख मिट्टी और रेत से भर दें।
फंगल संक्रमण को रोकें
तुलसी के पौधों में कवक संक्रमण का खतरा होता है जो अक्सर ज्यादा नमी के कारण होता है। आप नीम के बीज पाउडर का छिड़काव करके रोक सकते हैं। आप इस चूर्ण को मिट्टी के साथ मिला सकते हैं ताकि संक्रमण से बचाया जा सके। यदि आपको नीम का पाउडर नहीं मिल रहा है तो आप नीम के पत्तों को उबालकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। फंगल संक्रमण को रोकने के लिए हर 15 दिनों में इस पानी को मिट्टी को मिलाएं।
ज्यादा ठंडा पानी न डालें
हिंदू लोग सुबह उठकर तुलसी की पूजा करके हुए जल चढ़ाते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि मौसम में ज्यादा ठंडा पानी इसके सूखने का कारण बन सकता है। ज्यादा मात्रा में पानी डालने से बचें।