हर इंसान की अलग- अलग आदतें होती हैं, जो कि अच्छी बुरी दोनों हो सकती हैं। एक बार किसी चीज की आदत लग जाए तो इसे खत्म करना आसान काम नहीं है। अब सांस लेने की आदत ही देख लो, वैसे तो इंसान नाक से सांस लेता है पर कुछ ऐसे भी हैं जो मुंह से ही सांस लेते हैं। बच्चों में खासकर ये आदत होती है, वह अकसर मुंह खोलकर सोते हैं जाे उनके सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। तो चलिए बताते हैं इस आदत के कारण और इससे बचने के तरीके।
ये सही नहीं
-सेहतमंद लोग नाक और मुंह, दोनों से सांस लेते हैं।
-नाक बंद होने के चलते लिया जाता है मुंह से सांस।
-कई लोग सोते समय मुंह से सांस लेते हैं।
-ये अच्छी सेहत की निशानियां नहीं हैं।
हो सकती है ये समस्या
अगर आपका बच्चा भी नाक से सांस ले रहा है तो उसे सूखेपन (ड्राई माउथ) की समस्या हो सकती है। क्योंकि मुंह से सांस लेने से हवा पूरे मुंह से जरती है और अपने साथ मॉइश्चर ले जाती है। मुंह को बैक्टीरिया से बचाने के लिए नमी का होना बेहद जरुरी है। इसकी कमी होने से कैविटीज, दांतों का इंफेक्शन, सांसों की बदबू जैसी समस्य पैदा हो सकती है।
क्यों मुंह से सांस लेते हैं बच्चे
-बलगम का जमाव होने के कारण बच्चे की नाक बंद हो जाती है
-ऐसे में वह मुंह से सांस लेना शुरू कर सकता है।
-इस कारण सोते समय बच्चे का मुंह खुला रह सकता है।
-बच्चों के मुंह खोलकर सोने का कारण एलर्जिक राइनाइटिस (नाक से जुड़ी एलर्जी) भी हो सकती है।
-बच्चे के मुंह से सांस लेने का एक कारण डिविएटिड सेपटम (दोनों नाक के छिद्रों के आकार में अंतर) भी हो सकता है।
-इसके कारण बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और वह मुंह से सांस लेने लगते हैं।
मुंह से सांस लेने के Side Effects
-मुंह से सांस लेने के कारण बच्चे के चेहरे और दांतों का शेप बिगड़ सकती है।
-चेहरा पतला और लंबा हो सकता है, दांत आड़े-टेढ़े हो सकते हैं।
-मुस्कुराते या हंसते समय मसूड़े दिखाई देने की समस्या आ सकती है।
-ऑक्सीजन की भी हो सकती है कमी।
-हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों भी घेर सकती है बच्चे को
कैसे सुधारें ये आदतें
सोने से पहले बच्चे को बाथरूम में गर्म पानी की भाप दिला सकते हैं। इससे उसे आराम महसूस होगा। साथ ही सांस की नली में जमा गाढ़े बलगम को साफ करने में भी मदद मिलेगी। ऐसी चीजों से अपने घर को साफ रखें जिससे एलर्जी हो सकती है और बच्चे का नाक बंद हो सकता है। नाक बंद की समस्या को सुलझाने के लिए पहले उसका कारण जाने और फिर डॉक्टर से दवाई ले सकते हैं। बल्ब सिरिंज की मदद से आप बच्चे की नाक से म्यूकस को निकाल सकते हैं। लेकिन इस दौरान आपको बहुत सावधान रहना होगा।