नारी डेस्क: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने वर्ल्ड रोज डे के खास मौके पर कैंसर से जूझ रहे बच्चों के साथ एक बेहद भावुक और प्रेरणादायक कार्यक्रम में शिरकत की। इस कार्यक्रम का आयोजन कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन द्वारा किया गया था, जहां रानी ने बच्चों को गुलाब और उपहार बांटकर उनके साथ खूबसूरत पल बिताए। उन्होंने बच्चों से संवाद किया, उन्हें प्रोत्साहित किया और बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ओपन बस की सवारी के दौरान लाल और सफेद गुब्बारे आसमान में छोड़े। रानी के इस कदम ने न सिर्फ बच्चों को खुशी दी, बल्कि कैंसर के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाई।
कैंसर मरीजों के साथ एक भावनात्मक कार्यक्रम
रानी मुखर्जी ने कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ समय बिताते हुए उन्हें गुलाब और उपहार दिए। उन्होंने बच्चों का हौसला बढ़ाया और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा से भरने की कोशिश की। इस भावनात्मक आयोजन ने बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने में मदद की। कार्यक्रम का एक खास हिस्सा था बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर एक ओपन बस की सवारी, जो इस दिन को खास बनाने के लिए लाल रोशनी से जगमगा रही थी। बच्चों और रानी मुखर्जी ने मिलकर आसमान में लाल और सफेद गुब्बारे छोड़े, जिससे एक खास एकजुटता और उम्मीद का संदेश दिया गया।
रानी मुखर्जी का प्रेरणादायक संदेश
रानी ने इस अवसर पर माता-पिता और बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि प्यार और समर्थन से ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है। उन्होंने माता-पिता को मजबूत बने रहने की सलाह दी और कहा कि बच्चे तभी इस कठिनाई को पार कर पाएंगे जब उनके माता-पिता का सहयोग उनके साथ होगा।
वर्ल्ड रोज डे का महत्व
वर्ल्ड रोज डे हर साल 22 सितंबर को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत 12 वर्षीय मेलिंडा रोज़ की बहादुरी से प्रेरित होकर की गई थी, जिन्होंने टर्मिनल कैंसर से लड़ाई लड़ी।
रानी मुखर्जी का यह कदम कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ एकजुटता और सहानुभूति का प्रतीक है। इस आयोजन से जागरूकता बढ़ी और समाज को कैंसर के प्रति संवेदनशील बनाने में मदद मिली।