हमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में खलनायक या खलनायिका की मौजूदगी उतनी ही अहम है जितनी हीरो, हीरोइन की। ग्लोबल सुपरस्टार प्रियंका चोपड़ा ने भी कभी कुछ नया और चैलेंजिंग करने की चाह में खलनायिका का रोल निभाया था। लेकिन इस राेल ने उनकी जिंदगी पर ऐसा असर डाला कि वह रियल लाइफ में भी वैम्प जैसा बर्ताव करने लगी थी। हालांकि वक्त रहते उनकी मां ने कुछ ऐसा कदम उठाया जिससे प्रियंका खुद को संभालने में कामयाब हो पाई। चलिए आज के पैकेज में बताते हैं देसी गर्ल से जुड़ा वह दिलचस्प किस्सा।
यह तो हम सभी जानते है कि प्रियंका ने अपने फिल्मी करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में की हैं। उन्होंने बॉलीवुड में साल 2002 में फिल्म ‘अंदाज़’ से डेब्यू किया था, जिसमें वह अक्षय कुमार और लारा दत्ता के साथ नजर आई थी। लेकिन 2004 में आई फिल्म ऐतराज में प्रियंका ने लेडी विलेन का रोल निभाकर दर्शकों का दिल जीत लिया था। हालांकि नेगेटिव रोल का ऑफर मिलने के दाैरान वह काफी उदास हो गई थी और खूब रोई थी। अब फिल्म के 19 साल बाद एक्ट्रेस ने एक और बड़ा खालासा किया है, जिसके बारे में शायद ही किसी को जानकारी थी।
फिल्म ऐतराज में प्रियंका के साथ अक्षय कुमार, करीना कपूर और अमरीश पुरी जैसे बड़े कलाकार थे, जिसके कारण वह अपने किरदार को लेकर नर्वस थीं और इसे सही से, बिना गलती किए निभाना चाहती थीं। इस फिल्म में प्रियंका ने सोनिया नाम के कैरेक्टर का रोल अदा किया था, अब उन्होंने बताया कि वह इस किरदार से बाहर ही नहीं निकल पा रही थी। प्रियंका ने बताया कि वह जब घर आती थी तो वह सोनिया की तरह बहुत स्टाइल में बैठती थी और कॉफी को उठाती और धीरे-धीरे देखती, सोच समझकर बोलना, धीरे-धीरे चलना। हालांकि, मेरा गलत व्यवहार नहीं था।
प्रियंका ने आगे बताया कि उनकी मां मधु चोपड़ा ने उन्हें इस बात का अहसास कराया और झिड़का भी। तब जाकर वो अपने इस किरदार से बाहर निकल पाईं। उन्होंने बताया कि मधु चोपड़ा ने उनका एक वीडियो भी शूट किया था सिर्फ यह साबित करने के लिए कि वो कैसा व्यवहार करने लगी थीं। प्रियंका बताती हैं कि- 'मेरी मां ऐसे कहती थीं कि 'हैलो, कोई कैमरा नहीं है यहां पर। घर वापस आओ। मेरी मां मुझे जल्दी ही हकीकत की दुनिया में लेकर आईं। उन्होंने चुपचाप मेरा एक वीडियो बना लिया और मुझे दिखाया और मैं बहुत शर्मिंदा हुई।'
देसी गर्ल ने हालांकि ये साफ कर दिया कि ऐसा उनके साथ सिर्फ एक ही बार हुआ था, ये बहुत मजेदार था। उन्होंने आगे कहा-' मैं ऐसा थी कि मैं क्या कर रही हूं? दरअसल, तब मैं बॉलीवुड में पैर जमा रही थी और उम्र भी बहुत ज्यादा नहीं था। मैं उस किरदार को लेकर बहुत घबराई हुई थी. लेकिन मेरी मां ने मुझे जल्दी ही इन सब से बाहर निकाल दिया'। ऐतराज में उनके किरदार के लिए उन्हें बेस्ट नेगेटिव रोल का फिल्म फेयर पुरस्कार तक मिला चुका है।