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पेट की हल्की सी गांठ को ना करें अनदेखा, बाद में बन सकता बड़ा ट्यूमर !

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 25 Jul, 2025 07:50 PM
पेट की हल्की सी गांठ को ना करें अनदेखा, बाद में बन सकता बड़ा ट्यूमर !

नारी डेस्क:  अगर कभी आप कपड़े बदलते समय या नहाते वक्त पेट पर हल्की सी उभरी हुई गांठ महसूस करें, तो उसे नज़रअंदाज न करें। हो सकता है वो गांठ सामान्य हो, लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। यह खबर इसी विषय पर आधारित हैजानिए पेट में गांठ क्यों बनती है, इसके लक्षण क्या हैं और कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है।

पेट में गांठ बनने के मुख्य कारण

 हर्निया

यह सबसे सामान्य कारण होता है। जब पेट की अंदरूनी दीवार कमजोर हो जाती है और आंत का कोई हिस्सा बाहर की ओर निकल आता है, तो गांठ बन जाती है। खड़े होने या खांसने पर यह गांठ और उभरी दिखती है।

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लिपोमा

यह एक नरम और बिना दर्द की गांठ होती है जो फैट से बनती है। यह खतरनाक नहीं होती, लेकिन धीरे-धीरे इसका आकार बढ़ सकता है।

सिस्ट (Cyst)

सिस्ट ऐसी गांठ होती है जो तरल या अर्ध-ठोस पदार्थ से भरी होती है। यह त्वचा के नीचे बनती है और कभी-कभी सूजन या हल्का दर्द दे सकती है।

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इंफेक्शन या सूजन

कभी-कभी त्वचा के नीचे बैक्टीरियल संक्रमण या लिम्फ नोड्स में सूजन के कारण भी गांठ बन जाती है। यह गांठ छूने पर गर्म और दर्दनाक महसूस हो सकती है।

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ट्यूमर या कैंसर

हालांकि ऐसा कम होता है, लेकिन अगर गांठ धीरे-धीरे बढ़ रही है, सख्त है और दर्द नहीं कर रही, तो यह किसी ट्यूमर या कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।

पेट में गांठ का इलाज (Abdominal Lump Treatment)

पेट में गांठ (Abdominal Lump) का इलाज उसकी वजह पर निर्भर करता है। अगर गांठ हर्निया के कारण है, तो आमतौर पर सर्जरी की जरूरत होती है। लिपोमा जैसी फैट वाली गांठ अगर दर्द नहीं देती तो इलाज जरूरी नहीं होता, लेकिन परेशानी होने पर इसे सर्जरी से हटाया जा सकता है। सिस्ट (Cyst) यदि छोटी है तो डॉक्टर केवल निगरानी में रख सकते हैं, लेकिन बड़ी या संक्रमित होने पर एंटीबायोटिक और सर्जिकल रिमूवल की सलाह दी जाती है। अगर गांठ किसी इंफेक्शन या लिम्फ नोड्स की सूजन के कारण बनी है, तो एंटीबायोटिक से इलाज किया जाता है। वहीं, गांठ ट्यूमर या कैंसर का संकेत हो तो डॉक्टर बायोप्सी, स्कैन और फिर कीमोथेरेपी, रेडिएशन या सर्जरी जैसी विशेष उपचार विधियां अपनाते हैं।

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कब सतर्क होना जरूरी है? (खतरे की घंटी)

अगर आपकी पेट में बनी गांठ में नीचे दिए गए लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें-

गांठ का धीरे-धीरे बड़ा होना। बिना दर्द की लेकिन सख्त गांठ। गांठ की त्वचा का रंग बदल जाना बुखार रहना या अचानक वजन कम होना। गांठ में जलन, पस या मरोड़ महसूस होना।

पेट में उभरी गांठ हमेशा खतरे की बात नहीं होती, लेकिन यह किसी बड़ी बीमारी की शुरुआत भी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि शरीर में हुए किसी भी बदलाव को हल्के में न लें। यदि कोई गांठ महसूस हो, तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं। समय पर पहचान और इलाज से बड़ी परेशानी टाली जा सकती है।

  

 

 

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