बैठे-बैठे हाथ-पैर सुन्न होना या उनमें झनझनाहट होना आम है लेकिन अगर यही समस्या रोजाना या आए दिन होने लगे तो इसे मामूली समझना आपकी सबसे बड़ी गलती है। बार-बार हाथों-पैरों की सुन्न पड़ना किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
इन बीमारियों का संकेत है बार-बार हाथों-पैरों का सुन्न होना
. डायबिटीज
. थाइरॉइड
. मल्टीपल स्क्लेरोसिस
. स्ट्रोक
. टारसल टनल सिंड्रोम
हाथों-पैरों के सुन्न होने के कारण
अधिक मात्रा में शराब पीना, बैठने का गलत तरीका, विटामिन्स की कमी, तंग कपड़े पहनने के कारण हाथ-पैर बार-बार सुन्न पड़ जाते हैं। इसके अलावा...
-फ्लूइड रिटेंशन
-कार्पेल टनेल सिंड्रोम
-ज्यादा देर एक ही स्थिति में बैठना
-एक्सरसाइज ना करना
-थकान या कमजोरी
-नस दबना
कब डॉक्टर के पास जाएं
कभी-कभार हाथ-पैर सुन्न पड़ जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन ऐसा बार-बार हो रहा है तो हल्के में ना लें। वहीं, हाथ-पैरों में सुन्नपन के साथ थकान और कूल्हों में भारीपन हो तो PBD के लिए अविलंब टेस्ट करवाएं। इसके अलावा एक्स-रे, एंजियोग्राफी, डॉपलर वेलोसिमेट्री, पल्स वाल्यूम रिकॉर्डिंग, डूप्लेक्स इमेजिंग और इंट्रा वैस्कुलर अल्ट्रासाउंड जांच के जरिए इसका कारण पता लगाया जाता है।
चलिए अब आपको बताते हैं हाथ-पैर सुन्न होने पर कैसे करें उपचार...
सही खान-पान जरूरी
शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें जैसे हरी सब्जियां, ब्रोकली, दूध, दही, लहसुन, प्याज, सोंठ व दालचीनी खाएं। इसके अलावा दिनभर में कम से कम 8-9 गिलास पानी जरूर पीएं। इसके अलावा जंक फूड्स, मसालेदार व ऑयली चीजों से दूरी बनाकर रखें।
घरेलू उपचार
1. जहां सुन्नपन या झनझनाहट हो वहां रोजाना तेल मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और मांसपेशियों में मजबूती आएगी।
2. गुनगुने दूध में 1 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रोजाना पीएं। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल व एंटीबायोटिक गण भी ब्लड सर्कुलेशन सही रखते हैं।
3. रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज, योग, सैर, जॉगिंग करें। ऑफिस में भी लिफ्ट की बजाए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
4. गुनगुने पानी में थोड़ी-सी दालचीनी पाउडर डालकर पीएं। इससे भी आपको राहत मिलेगी।
5. गुनगुना पानी में सेंधा नमक मिलाकर सुन्न हाथ-पैर करीब 10 मिनट तक भिगोएं। इससे भी आराम मिलेगा।