आज के जमाने में महिलाएं किसी से कम नहीं ये सब जानते ही हैं। आज महिलाओं ने पुरूषों को भी पीछे छोड़ दिया है वहीं आज कल सोशल मीडिया पर आपने एक महिला कॉन्स्टेबल का नाम सुना होगा जिसके समथर्न में लोग आवाज उठा रहे हैं और तो और उनको सलाम कर रहे हैं दरअसल सलाम करने का कारण ही ऐसा है कि अगर आप भी सुनेंगे तो आप भी इस महिला कॉन्स्टेबल की तारीफें करते नहीं थकेंगें। दरअसल बीते दिनों सूरत के वराछा में स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के बेटे और महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव के बीच विवाद हो गया जिसके बाद महिला कॉन्स्टेबल ने सब की जमकर क्लास लगाई हालांकि मंत्री के बेटे ने उन्हें धमकी भी दी लेकिन उन्होंने उसकी भी क्लास लगा दी।
क्यूं हुआ था विवाद
आपको बता दें कि ये सारा विवाद तब शुरू हुआ जब रात 10 बजे महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव गश्त पर थी और इसी दौरान 5 लड़के बिना मास्क लगाए अपनी कार पर MLA लिखा कर मजे से घूम रहे थे। सुनीता उस समय ड्यूटी पर थी और उसने उन लड़कों को रोक लिया जिसके बाद उन लड़कों ने मौके पर ही मंत्री के बेटे प्रकाश को बुला लिया लेकिन निडर सुनीता नहीं रूकी और उसने उसकी भी जमकर क्लसा लगा दी।
मंत्री के बेटे ने दे डाली धमकी
इसी बीच बहस तेज हो गई और मंत्री के बेटे प्रकाश ने सुनीता को धमकी देते हुए कहा कि 365 दिन सड़क पर खड़े रहने की ड्यूटी लगवा दूंगा। वहीं सुनीता ने धमकी का भी करारा जवाब दिया और कहा पुलिस की वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी कराने के लिए नहीं पहनी हूं। औकात हो तो करवा देना मेरा ट्रांसफर गांधीनगर।
हालांकि इस घटना के बाद कॉन्स्टेबल सुनीता ने वरिष्ठ अफसरों के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की और घर लौट आईं लेकिन उनका इस्तीफे मंजूर नहीं किया गया। सुनीता का पुलिस मुख्यालय ट्रांसफर कर दिया गया। कमिश्नर आरबी ब्रह्मभट्ट ने डिविजन के एसीपी सीके पटेल को मामले की जांच का आदेश दिया है।