नारी डेस्कः सोचा था क्या, क्या हो गया... उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को करारी हार मिली है और उन्हें पछाड़ने वाले कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा हैं। इसी बीच प्रियंका गांधी ने किशोरी लाल के लिए एक पोस्ट शेयर कर दी है और लिखा- 'किशोरी भैया, मुझे कभी कोई शक नहीं था, मुझे शुरू से यकीन था कि आप जीतोगे। आपको और अमेठी के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों को हार्दिक बधाई।'
फिलहाल लोगों के दिमाग में पहला सवाल तो यह आ रहा है कि ये के.एल. शर्मा कौन हैं जो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को इतना तगड़ा झटका दे गए। दरअसल, स्मृति ईरानी जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई। स्मृति को लेकर अब जनता का रिएक्शन सामने आ रहा है। चलिए आपको स्मृति की इस हार के पीछे जनता की सोच व यूजर्स के कमेंट पढ़वाते हैं।
आपको याद होगा कि स्मृति ईरानी ने महिलाओं की पीरियड्स पेड लीव पर कहा था कि इसकी जरूरत नहीं है। इससे फीमेल ईम्पलॉयीज के साथ भेदभाव बढ़ेगा। इसी को याद करते हुए एक महिला यूजर ने लिखा- 'महिलाओं को पीरियड में ना मिले छुट्टी', स्मृति ईरानी के इस बयान पर महिलाएं ने उनकी काफी आलोचना की थी तो शायद इस वजह से महिलाएं उनके स्पोर्ट में नही रही।
एक ने लिखा- ये लोग मोदी जी के नाम पर आराम कर रहे थे।
एक ने कहा- देख लो आंटी, फोटो फ्रेम करके रख लो अपने ड्राइंग में रख लो। रोज सुबह उठ कर देखना और सोचना, इतनी एरोगेंस और नीचता कहां से कहां पहुंचा गई। आप बहुत बड़ी डिस-ग्रेस हो No काम Only बकवास।
एक महिला यूजर ने लिखा- सारा ध्यान तो इनका अमेठी में अपना घर बनवाने में लगा रखा था।
वहीं एक महिला यूजर ने कहा- Smriti Irani का फोक्स अमेठी डिवलेपेंट से ज्यादा अपने वेट लॉस पर था।
एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा- लापता लेडीज
एक ने लिखा- जिस तरह की उम्मीदें जनता खासकर महिलाओं को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से थी, वैसा उम्मीदों पर वह खरा उतर नहीं पाई। लोग सिलेंडर दीदी से ज्यादा खुश नहीं है।
इतना ही नहीं, इस हार के बाद तो जैसे स्मृति ईरानी पर बनने वाले मीम्स की बाढ़ आ गई है। एक ने लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा- टीवी की एक्ट्रेस को टीवी पे ही रहना चाहिए। ये औरत 2014 से पहले सिलेंडर के प्राइज बढ़ने पर रोड पे आके रोना धोना करती थी, बीजेपी के वक्त सिलेंडर की कीमत बढ़ने पर चुप हो गई थी। लीडर का काम जनता का ख्याल रखना होता है रोड पे धरना करना नहीं, हेमा तो जीत ही गई, जीत में शालीनता रहनी चाहिए।
एक यूजर ने लिखा- एक सिखौहला चावल और पाँच भेली गुड का इंतज़ाम हो गया है, स्मृती दीदी को ख़ाली हाथ अमेठी से विदा नहीं किया जायेगा…!!!
एक ने लिखा- घमंड टूटा..जे बात इंडिया
एक ने लिखा- दिल को बहुत खुशी मिली। मैं किसी से नफरत नहीं करती लेकिन स्मृति ईरानी बिलकुल अच्छी नहीं।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था। वहीं रही बात किशोरी लाल शर्मा की वो गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं। वह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। शर्मा ने 1983 में राजीव गांधी के साथ रायबरेली और अमेठी में कदम रखा था और तब से वह गांधी परिवार के करीबी हैं।
पहली बार जब सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में उतरीं और अमेठी से चुनाव लड़ीं तो केएल शर्मा उनके साथ अमेठी में सक्रिए हुए। जब सोनिया गांधी ने राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट छोड़ दी और खुद रायबरेली आ गईं तो केएल शर्मा ने रायबरेली और अमेठी दोनों ही सीटों की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली थी। केएल शर्मा के चुनावी मैदान में उतरने के साथ ही सभी की निगाहें उन पर टिकी थी कि वे क्या कमाल दिखाते हैं।