उत्तरप्रदेश में स्थित अयोध्या नगरी को भारत के तीर्थ स्थलों के रुप में जाना जाता है। यह भगवान राम की जन्मभूमि है। यहां पर कई सारे मंदिर है इसलिए रामनवमी के जन्मोत्सव पर भक्त अयोध्या में जाना पसंद करेंगे परंतु आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्यापति राम को इन मंदिरों के अलावा भी कुछ मंदिर अति प्रिय हैं। भले ही श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था परंतु उन्होंने अपने 14 साल के वनवास के दौरान कई सारी जगहों पर ठहरे थे। ऐसे में यदि आप इस रामनवमी पर भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं तो इन मंदिरों में जा सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
राम राजा मंदिर
आप मध्यप्रदेश के ओरछा राज्य में स्थित राम राजा मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह भारत देश का एक ऐसा अलग मंदिर हैं यहां पर भगवान राम को राजा के रुप में पूजा जाता है। इसके अलावा इस मंदिर में पूजा के बाद श्रीराम को गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए शस्त्र सलामी भी पेश की जाती है। ऐसे में अगर आप रामनवमी में भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं तो इस मंदिर का रुख कर सकते हैं।
रामास्वामी मंदिर
दक्षिण भारत के तमिलनाडु में स्थित रामास्वामी मंदिर देखने आप इस रामनवमी जा सकते हैं। यहां पर श्रीराम के साथ तीन भाई लक्ष्मण, शत्रुघ्नन और भरत भी उपस्थित हैं। इसके अलावा इस मंदिर की दीवारों पर रामायण की घटनाओं को खूबसूरत नक्काशी के साथ दर्शाया गया है। ऐसे में रामनवमी पर इस मंदिर के दर्शन करके आप राम भगवान का आशीर्वाद पा सकते हैं।
कालाराम मंदिर
महाराष्ट्र के नासिक में स्थित कालाराम मंदिर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण को समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार, श्रीराम वनवास के दौरान पंचवटी में रुके थे जिसके कारण इस जगह का काफी महत्व है। सरदार रंगारु ओढेकर नाम के व्यक्ति ने भगवान राम की काले रंग की मूर्ति सपने में गोदावरी नदी में देखी थी। जिसके बाद अगले दिन यह मूर्ति गोदावरी नदी के किनारे में मौजूद थी। बाद में इस मूर्ति को निकालकर कालाराम मंदिर में स्थापित किया गया था।
रघुनाथ मंदिर
जम्मू में मां वैष्णो देवी के अलावा भगवान राम का रघुनाथ मंदिर भी स्थित है। इस मंदिर में श्रीराम के अलावा कई सारे देवी-देवताओं की मूर्तियां भी मौजूद हैं। ऐसे में रामनवमी के मौके पर आप इस मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं।
रामचौरा मंदिर
यह मंदिर बिहार के हाजीपुर जिले में बना हुआ है। इसके अलावा यह मंदिर पर्यटन स्थलों को काफी प्रिय है। रामनवमी पर इस मंदिर में खास सजावट की जाती है जो पर्यटकों का दिल जीत लेती है। इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि भगवान श्रीराम यहां पर जनकपुर जाते समय यहां पधारे थे।