भारत की टॉप रैंकिंग में जगह बनाने वाली महिला गोल्फर अदिति अशोक लगातार दूसरी बार ओलंपिक महाकुंभ में भाग लेंगी। उन्होंने क्वालीफाइंग सूची में 45वां स्थान हासिल किया। उनके साथ दीक्षा डागर (Diksha Dagar) भी टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड के लिए खेलेंगी। वह गोल्फ रैंकिंग में टॉप 100 में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। एक साल के अंदर ही उन्होंने अपने खेल में ऊचाईंयों के छू लिया जो वाकई काबिले तारीफ है।
कौन है अदिति अशोक?
बैंगलोर शहर में जन्मीं अदिति अशोक एक पेशेवर भारतीय गोल्फर हैं। उन्होंने बैंगलोर के द फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की और 2016 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अदिती ने 5 साल की उम्र से ही गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था, तब बैंगलोर में केवल 3 गोल्फ कोर्स थे।
अदिति के पापा ही हैं कैडी
जब उसने दिलचस्पी दिखाई तो उसके पिता उसे कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन ड्राइविंग रेंज ले गए। उनके पिता अशोक गुडलामणि अब उनके कैडी भी हैं। अदिति ने ने 3 अंडर-पैरा 213 के स्कोर के साथ 2016 हीरो महिला इंडियन ओपन जीता और इस प्रक्रिया में लेडीज यूरोपियन टूर खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
अदिति के नाम की जर्सी पहनते हैं उनके पिता
दरअसल, हर कैडी को अपने गोल्फर के नाम की जर्सी पहनती होती है इसलिए अदिति के पापा भी हर मैच में बेटी के नाम की जर्सी पहनते हैं। उनका कहना है कि इसे पहनकर उन्हें बहुत गर्व महसूस होता है।
दूसरी बार लेंगी ओलंपिक में हिस्सा
उन्होंने 2016 के समर रियो ओलंपिक में भाग लिया। वह लेडीज यूरोपियन टूर और एलपीजीए टूर पर खेलती हैं। उन्होंने ओलंपिक रैंकिंग में 45वें स्थान पर टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया।
लेडीज़ यूरोपियन टूर हासिल करने वाली पहली युवा खिलाड़ी
वह लल्ला आइचा टूर स्कूल ( Lalla Aicha Tour School) जीतने वाली सबसे कम उम्र और पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने 2016 सीजन के लिए अपना लेडीज़ यूरोपियन टूर कार्ड हासिल किया। इस जीत ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय दौरे के लिए क्यू स्कूल की सबसे कम उम्र की विजेता भी बना दिया।
रूकी ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित
उन्होंने रूकी ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता। उसने एलपीजीए फाइनल क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के जरिए 2017 के लिए एलपीजीए टूर कार्ड भी हासिल किया। 2017 में, अदिति भारत के पहले एलपीजीए खिलाड़ी बनी और लुईस सुग्स रोलेक्स रूकी ऑफ द ईयर स्टैंडिंग में आठवें स्थान पर रहे।