
नारी डेस्क: भारतीय दिग्गज विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जब भी इंडिया आते हैं प्रेमानंद जी महाराज जी के दर्शन जरूर करते हैं। कुछ दिन पहले ही कपल ने वृंदावन के प्रसिद्ध प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात की और उनके विचारों को ध्यानपूर्वक सुना। इस दौरान उनके गले में सजी तुलसी की माला और माथे पर लगे चंदन के तिलक ने सभी का ध्यान खींचा। माना जा रहा है कि कपल ने प्रेमानंद जी महाराज से गुरु दीक्षा ले ली है।

नाम जप करती दिखी अनुष्का
दरअसल वृंदावन दौरे के दौरान अनुष्का काफी सादगी में नजर आई। उनके हाथ में माला का बैग भी था जिससे वह नाम जप करती है। ऐसे में माना जा रहा है कि संसार में रहकर आध्यात्म की ओर रुख कर रहे हैं। अगर आप भी विराट- अनुष्का की तरह प्रेमानंद जी महाराज से दीक्षा लेना चाहते हैं तो इसके कुछ नियम भी होते हैं। स्वयं प्रेमानंद जी बार-बार कहते हैं कि - दीक्षा कोई औपचारिक रस्म नहीं, बल्कि जीवन को भीतर से बदलने का संकल्प है।
दीक्षा के प्रमुख नियम
सबसे पहले मांस, मछली, अंडा पूरी तरह त्यागना होता है, सात्विक भोजन अपनाना पड़ता है। रोज़ाना राधा नाम / हरि नाम का जप करना होता है। दीक्षा लेने के बाद झूठ, छल, कपट से दूरी बनानी होती है और क्रोध, अहंकार और लोभ पर नियंत्रण करना होता है। गुरु के वचनों को जीवन में उतारने का प्रयास करना होता है, तर्क-वितर्क से अधिक अनुभव और श्रद्धा पर बल देना होता है।

दीक्षा को लेकर प्रेमानंद जी का संदेश
“दीक्षा कपड़े बदलने का नाम नहीं, यह सोच, आदत और जीवन की दिशा बदलने का नाम है।” दीक्षा लेने से पहले व्यक्ति को मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए, बिना जबरदस्ती स्वेच्छा और समझ के साथ यह मार्ग अपनाया जाए। प्रेमानंद जी की दीक्षा भक्ति, अनुशासन और वैराग्य का मार्ग है। जो व्यक्ति सच्चे मन से नियम अपनाता है, उसके जीवन में शांति और स्थिरता आती है।