डायबिटीज एक ऐसी घातक और लाइलाज बीमारी है जो एक बारी हो जाए तो जिंदगीभर पीछा नहीं छोड़ती है। इसके लिए आज तक कोई दवा नहीं बनी है, इसलिए जिंदगी भर बस बल्ड शुगर को कंट्रोल करना पड़ता है। ज्यादा फैट वाला जंक फूड और शुगर खाने से इस बीमारी का खतरा रहता है। इन सब चीजों से परहेज करके डायबिटीज से बचा जा सकते हैं। वहीं शरीर भी ज्यादा ब्लड शुगर होने पर या डायबिटीज होने पर लक्षण दिखाने लगता है। अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है तो यहां पर जान लें...
अचानक से वजन कम होना
टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। जब शरीर एनर्जी के लिए ग्लूकोज का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा होता है को फैट और मसल्स के टिशूज तोड़ता है, जिससे वजन कम होता है।
धुंधला दिखना
धुंधली दिखाई देना भी इस बीमारी का लक्षण हो सकता है, जिससे ध्यान केंद्रति करने की क्षमता काफी हद तक प्रभावित होती है। ये अस्थायी लक्षण है, जो ब्लड शुगर लेवल के कंट्रोल में आने पर ठीक हो सकता है।
बार- बार इन्फेक्शन
डायबिटीज इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे इन्फेक्शन होने के चांसेज बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, यीस्ट इन्फेक्शन, स्किन इन्फेक्शन आम है।
चोट का देर से ठीक होना
हाई ब्लड शुगर लेवल होने के चलते ब्लड सर्कुलेशन खराब हो जाता है और नसें डैमेज हो जाती है। इससे चोट को ठीक होने में ज्यादा वक्त लगता है।
भूख ज्यादा लगना
बढ़ी हुई भूख आमतौर पर डायबिटीज से नहीं जुड़ी होती है, पर हाई ब्लड शुगर लेवल के चलते शरीर के सेल्स ग्लूकोज से वंचित रह जाते हैं, जिससे भूख ज्यादा लगती है।
मूड स्विंग
ब्लड शुगर लेवल में उतार- चढ़ाव मूड को प्रभावित कर सकता है। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के मूड में बदलाव, चिड़ाचिड़ापन या ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है।