आजकल के लाइफस्टाइल में डायबिटीज एक गंभीर डिसीज बन गई है, जिसकी ज्यादा शिकार महिलाएं है। डायबिटीज शरीर के किसी भी हिस्से जैसे किडनी, लिवर, आंखों पर असर डाल सकती है। हालांकि आप रेगुलर टेस्ट के डायबिटीज का पता लगा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके मुंह में कुछ समस्या है तो समझ लें कि आपको मधुमेह है।
ड्राई माउथ
डायबिटीज के टाइप 1 और टाइप 2 के शुरूआती लक्षणों की बात करें तो वो है मुंह का सूखना। ऐसे में व्यक्ति को बहुत अधिक प्यास लगती है और ऐसा लगता है कि एक बार में ना जाने कितना पानी पी लें। मुंह में सूखापन के साथ जीभ पर खुरदुरापन या होंठ फट रहे हैं तो एक बार डायबिटीज चेक करवाएं।
लार ना बनना
डायबिटीज में दांतों और मसूड़ों के नीचे लार नहीं बन पाती। इससे शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है और रोगाणु प्लाक बनाने लगते हैं। इससे दांतों में सड़न-सेंसिटिविटी, मसूड़ों में सूजन व लालपन, खून आना, सांस में बदबू आना और खराब स्वाद ना आना जैसी परेशानियां हो सकती है।
दांतों का गिरना
डायबिटीज के मरीजों में दांत गिरने की शिकायत भी देखने को मिलती है। दरअसल, ब्लड शुगर बढ़ने से मसूड़ों के चारों तरफ प्लाक बन जाता है। इससे वो दांतों की पकड़ बनाने में सक्षम नहीं रहते और दांत टूटने लगते हैं। रिसर्च के मुताबिक, डायबिटीज मरीजों में दांत गिरने का खतरा दोगुना होता है, जो उम्र के साथ बढ़ता रहता है।
निगलने व चबाने में परेशानी
चूंकि डायबिटीज के कारण दांत कमजोर हो जाती हैं इसलिए इससे निगलने व चबाने में परेशानी भी हो सकती है। वहीं, हर वक्त गले में खराब रहती है तो एक बार चेकअप करवाएं।
मुंह में फंगल इंफेक्शन
ब्लड शुगर बढ़ने से मुंह में फंगल इंफेक्शन, सूजन और छाले की समस्या होने लगती है। इसके अलावा कुछ लोगों को मसूड़ों की समस्या या दांतों में दर्द होने लगता है।
डयबिटीज में ओरल हेल्थ से बचने के लिए शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करें। इसके साथ ही समय-समय पर चेकअप करवाना ना भूलें।