बच्चे का मन कोरे कागज की तरह होता है। ऐसे में वे अपने आसपास के लोगों व चीजों जल्दी समझकर उन्हें सीख लेते हैं। कई बार वे ऐसी बातें व काम भी सीख लेते हैं जो उनके बेहतर मानसिक व व्यावहारिक विकास में बांधा डालते हैं। असल में, पेरेंट्स के बिजी होने या बच्चों को अधिक छूट देने से वे बिगड़ सकते हैं। ऐसे में कई बच्चे तो लड़ाई, मारपीट, गलत भाषा इस्तेमाल करना आदि शुरू कर देते हैं। ऐसे में पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे शुरूआती दौर पर ही बच्चों पर ध्यान दें। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ बातें बताते हैं, जो बच्चे के बिगड़ने की ओर इशारा करते हैं। ऐसे में आप समय रहते ही उनपर काबू पा सकते हैं।
दूसरों को तंग करना
छोटे बच्चे दूसरों को चिढ़ाकर खुश होते हैं। मगर बार-बार ऐसा बर्ताव करना सही नहीं होता है। ऐसे में उसकी संगत को पहचान कर उसे ऐसा करने से रोकें। उसे सही व गलत की पहचान करवाते हुए एक बेहतर इंसान बनाए।
लड़ाई करना
बच्चे का घर पर या पड़ोस में लड़ना भी उसके बिगड़ने की और इशारा करता है। असल में, ऐसी चीजें बच्चा घर के बड़े, दोस्तों व टीवी देखकर सीखता है। ऐसे में अपने घर का माहौल शांत व खुशनुमा रखें। साथ ही उसके द्वारा मारपीट या झगड़ा करने पर उसे प्यार से गलती का अहसास करवाएं। कई बच्चे अटेंशन डेफिसिट हाइपर डिस्ऑर्डर के शिकार होने के कारण ऐसा करते हैं। ऐसे में इस बात का खास ध्यान रखें।
गलत शब्दों व भाषा का इस्तेमाल करना
अगर कहीं आपका बच्चा गलत शब्द या भाषा का इस्तेमाल करें तो अलर्ट हो जाएं। इसका मतलब है कि वह बुरी संगत में पड़ रहा है। इसके लिए उसके कुछ गलत कहने पर तुरंत उसे रोके। मगर उसे डांटने की जगह प्यार से समझाएं। नहीं तो बच्चा नाराज हो सकता है। साथ ही घर का माहौल सही रखें। इसके अलावा इस बात ध्यान रखें कि आपका बच्चे किस से मिलता है। उसकी संगत चैक करके उसके बिगड़ने का कारण पता करें।
बात-बात पर जिद्द करना
अक्सर बच्चों को छोटी-छोटी बातों पर भी जिद्द करने की आदत होती है। मगर अगर कई बच्चा किसी बात पर अड़ जाएं, घंटों रोता रहे या खाना-पीना छोड़ दें तो यह उसके बिगड़ने की ओर इशारा करता है। ऐसे में मां-बाप का फर्ज है कि वे बच्चे को सही-गलत की पहचान करवाते हैं उसे सही राह पर लाएं। अगर बच्चा प्यार से ना माने तो इसके लिए सख्ती भी कर सकते हैं।
झूठ बोलना व चोरी करना
बच्चे का झूठ बोलना व चोरी करना भी उसके बिगड़ने की ओर संकेत करता है। ऐसे में उसका झूठ पकड़ कर प्यार से उसे समझाएं। बच्चे का मन बड़ा ही चंचल होता है। ऐसे में उसे डांटने की जगह प्यार से सही व गलत बताएं। साथ ही उससे ऐसा करने का कारण पूछे। इसके अलावा बच्चे की जरूरत का अच्छे से ध्यान रखें।