हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग के बीच हजारों लोगों ने रविवार शाम नम आंखों से अंकिता भंडारी को अंतिम विदाई दी। पौड़ी जिले के यमकेश्वर स्थित गंगा भोगपुर में वनतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता पहले रहस्यमय तरीके से लापता हुई फिर नहर से उसकी लाश मिली। अंकिता ताे चल गई लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई। कहा जा रहा है कि उसका मर्डर पूरी प्लानिंग के साथ किया गया।
तीन आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
अंकिता की गुमशुदगी मामले में तीन आरोपी- रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता काे गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने धकेलकर हत्या करने की बात कबूल की। बड़ी बात यह है कि मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है, जो पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि, घटना के सामने आने के बाद भाजपा ने आर्य को तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
अंकिता के शरीर पर मिले चाेट के निशान
अंकिता की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी हत्या से पहले उसे चोट पहुंचाए जाने की बात कही गयी है। हांलांकि, रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण पानी में डूबना बताया गया है। अंकिता रहने वाली तो श्रीनगर (उत्तराखंड) के गांव श्रीकोट की थीं पर वह ऋषिकेश स्थित रिजॉर्ट में नौकरी करती थी। उसकी यह पहली नौकरी थी लेकिन उसे क्या पता था कि ये ही उसकी आखिरी नौकरी बन जाएगी।
अंकिता को फेंक दिया था नदी में
पुलिस रिजॉर्ट के कर्मचारियों की मानें तो 18 सितंबर की शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से कहीं बाहर गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों रिजॉर्ट में लौटे आए मगर अंकिता इनके साथ नहीं थी। क्योंकि वह तीनों अंकिता को बहलाकर शक्ति नहर के पास लेकर गए और वहीं पर उसे धक्का दे दिया।
पुलकित और अंकिता में हुआ झगड़ा
कहा जा रहा है कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी को बाहर चलने के लिए कहा। पुलकित, अंकिता और दो मैनेजर एक स्कूटी और बाइक से ऋषिकेश के लिए निकले। पहले पुलकित ने अपने दोस्तों के साथ शराब पी, इसके बाद वह अंकिता से झगड़ने लगा। आरोप है कि तीनों ने अंकिता की पिटाई की और फिर उसे नहर में धकेल दिया गया।
लोग कर रहे इंसाफ की मांग
अंकिता हत्याकांड के विरोध में श्रीनगर में दुकानें और बाजार बंद रहे। अंकिता के गांव श्रीकोट से करीब 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्रीनगर में दिन में लोगों की भीड़ ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई घंटे जाम लगाया। लोगों ने सरकार से अंकिता के परिवार को मुआवजा दिए जाने तथा परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की मांग की है।