एक्ट्रेस स्वारा भास्कर अक्सर अपनी राजनीति विचारों को लेकर खबरों में रहती हैं, लेकिन अब उनकी जिंदगी में एक 'पॉलीटिकल एंट्री' हो गई है। स्वरा ने समाजवादी पार्टी के नेता फहाद अहमद से कोर्ट मैरेज कर ली है। एक्ट्रेस ने शादी इस साल की शुरुआत में 6 जनवरी को ही कर ली थी। स्वरा ने कुछ समय पहले अपनी और फहाद की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी, पर तस्वीर में दोनों के ही चेहरे नहीं दिख रहे थे। लेकिन अब स्वरा ने अपनी जनवरी में हुई शादी का ऐलान कर दिया है। बता दें कि स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के स्टेट प्रेसिडेंट हैं। स्वरा ने कुछ देर पहले एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो अपनी और फहाद की लव स्टोरी बताते हुए नजर आ रही हैं। इन दोनों ने 6 जनवरी को स्पेशल मैरेज एक्टर के तहत अपनी शादी रजिस्टर की है। शादी के बाद की एक तस्वीर में स्वरा रोते हुए भी नजर आ रही हैं।
एक्ट्रेस ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'कभी-कभी आप उसे पूरी दुनिया में ढूंढते हो, जो कि आपके ठीक पास है। हम प्यार ढूंढ रहे थे, लेकिन हमें पहले दोस्ती मिली और फिर हमने एक-दूसरे को पा लिया। मेरे दिल में तुम्हारा स्वागत है फहाद अहमद, यहां पर बहुत शोर है, पर ये तुम्हारा है'। यानी जनवरी में जिसे स्वरा ने अपना 'मिस्ट्री मैन' बना कर दुनिया से मिलवाया था, वो कोई और नहीं स्वरा के पति फहाद अहमद हैं।
कौन हैं फहद अहमद?
फहद अहमद समाजवादी पार्टी की युवा इकाई के महाराष्ट्र और मुंबई के अध्यक्ष हैं। फरवरी 1992 को जन्में फहद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ाई की है। फिर एमफिल करने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस आ गए। यहीं उन्होंने राजनीति में कदम रखा। टाटा इंस्टिट्यूट में पढ़ाई के दौरान फहद अहमद छात्र संघ के महासचिव चुने गए और 2017 से 18 तक इस पद पर रहे। फहद अहमद यहीं से अभी पीएचडी कर रहे हैं।
CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट निकाल चर्चा में आए थे
फहद अहमद साल 2017-18 में पहली बार उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) में एससी-एसटी और ओबीसी स्टूडेंट्स की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रोटेस्ट किया था, जिसमें करीब 1000 से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस प्रोटेस्ट को प्रकाश अंबेडकर जैसे नेताओं का समर्थन भी मिला था।फहद अहमद ने CAA के खिलाफ भी मुंबई में प्रोटेस्ट निकाला था और इसे असंवैधानिक करार देते हुए अगस्त क्रांति मैदान में धरना दिया था।