नारी डेस्कः जाता साल बहुत कुछ सीखा गया और बहुत कुछ अपने साथ ले गया...सोशल मीडिया के इस जमाने में जहां रिश्ते पल में बनते और पल में टूट जाते हैं, इसी बीच सोशल मीडिया पर ही फेमस एक कपल ऐसा रहा जिसने सबको प्यार का सही मतलब बताया, ऐसा प्यार जिस में स्वार्थ नहीं समपर्ण था। दोनों की वीडियो वायरल हो रही है और लोग इस जोड़ी को मिस कर रहे हैं। फैंस दुआ कर रहे हैं कि सृजना (Srijana Subedi) जैसी पत्नी, बेटी हर घर में पैदा हो। 2024 का ये साल इस जोड़ी के लिए बेहद दुखदायी साबित हुआ जहां दोनों सपने बुन रहे थे आगे जिंदगी को रंगों से भरने का वहीं उनकी जिंदगी बेरंग हो गई।
साल 2025 में यह साथ नहीं दिखेगा क्योंकि सृजना को प्यार करने वाले बिबेक पंगेनी (Bibek Pangeni) अब इस दुनिया में नहीं रहे। ब्रेन कैंसर के चलते वह दुनिया को अलविदा कह गए। विवेक के पास समय कम है...और ये साथ जल्द छूट जाएगा ये जानते हुए भी सृजना ने खुद को टूटने ना दिया और बिबेक की पूरी दिलो-जान से सेवा की। सृजना जानती थी ये बर्थ-डे भी बिबेक का आखिरी बर्थडे होगा इसलिए सृजना ने हर तरह से उनके बर्थ डे को खास बनाने की कोशिश की।
नेपाल से ताल्लुक रखने वाले सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कपल के लाखों फैंस रहे हैं जो उन्हें बहुत पसंद करते है और अभी भी कर रहे हैं। बिबेक और सृजना अपनी शादी के हसीन पलों को खुशी खुशी बिता ही रहे थे कि अचानक उनकी जिंदगी में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसके बाद सृजना ने बिबेक की देखभाल और सेवा को ही अपना लक्ष्य बना लिया और बिबेक की जिंदगी कैसे चल रही है, उसी से जुड़ी वीडियो पोस्ट की।
बिबेक के जाने के बाद सृजना की जिंदगी रुक सी गई है। बिबेक का इस तरह जाना सृजना को पूरी तरह से तोड़ गया लेकिन ये जोड़ी दूसरों को निस्वार्थ प्यार करने की सीख दे गई है। छोटी-छोटी बात पर रिश्ते तोड़ने वाले लोगों को उन्होंने जीवन भर साथ निभाने की सीख दी है क्योंकि रिश्ता विश्वास, प्यार और समर्पण का ही प्रतीक है। लोगों ने सृजना को कलयुग की सीता मां तक कहा। बिबेक का इस तरह जाना उनके फैंस का दिल भी दुखा गया है। इस जोड़ी को देख उनके फैंस के भी आंसू झलक गए। भगवान सृजना को हिम्मत दें और बिबेक की आत्मा को शांति।
सृजना सुबेदी-बिबेक पंगेनी की लवस्टोरी | Srijana Subedi Vivek Pangeni Love Story
सृजना सुबेदी-बिबेक पंगेनी का साथ करीब 10 साल का रहा। 6 साल के रिलेशन के बाद, दोनों ने शादी की थी और शादी को 4 साल हुए थे। बिबेक आगे पी.एच.डी. करना चाहते थे इसलिए वह दोनों यूएस गए थे लेकिन एक दिन अचानक हुए सिरदर्द ने बिबेक की जिंदगी बदल दी क्योंकि वह सिरदर्द ब्रेन कैंसर का दर्द था। वह स्टेज 4 कैंसर की चपेट में थे। बिबेक की दो मेजर सर्जरी हुई थी । इसके बाद भी बिबेक की हालत में ज्यादा सुधार नहीं आया कीमोथेरेपी बाकी इलाज के चलते वह काफी तकलीफ में थे। डाक्टरों ने सृजना को बता दिया था कि उनके पास बहुत कम समय है। विवेक के पास सिर्फ 6 महीने हैं। दोनों की लाइफ उस समय रूक सी गई और दोनों बहुत रोए लेकिन सृजना ने विवेक के केयर में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पति की कीमोथेरेपी के समय सृजना ने अपने भी बाल काट लिए ताकि उन्हें सामान्य महसूस करा सके।
सृजना को जब पता चला कि उनके पति के पास सिर्फ 6 महीने हैं तो उन्होंने आखिरी दम तक पति का ख्याल रखा और पूरी कोशिश की कि वे बच जाएं लेकिन धीरे-धीरे विवेक की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी। विवेक की याद्दाश्त कमजोर होने लगी और वह काफी दर्द में थे। 19 दिसंबर विवेक कैंसर से जंग हार गए। अमेरिका के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। भले ही विवेक इस दुनिया में ना हो लेकिन सृजना के मन में वो हमेशा जिंदा रहेंगे। सच्चा प्यार क्या होता है सृजना और विवेक ने इसकी मिसाल दुनिया को दी। बिबेक की यादें हमेशा सृजना को हिम्मत देती रहेंगी।