बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद 2 साल पहले कोविड -19 लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचने में सहायता करने के लिए आगे आए। इसके बाद से ही वह कई लोगों की मदद के लिए आगे आ चुके हैं। उनके अच्छे कामों के लिए लोग अब उन्हें मसीहा बुलाने लगे हैं, जोकि गलत भी नहीं है। बता दें कि अब उन्होंने एक ओर परोपकारी वाला काम किया है, जिसकी वजह से लोग उन्हें दुआएं दे रहे हैं। दरअसल, सोनू सूद रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान देश में फंसे भारतीय छात्रों की मदद के लिए आगे आए।
बता दें कि रूस ने कुछ दिन पहले यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए हमला किया था। करीब 7 दिन हो चुके हैं और युद्ध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा। यूक्रेन में तबाही का मंजर है और सड़कों पर लाशें बिछी हुई है। सिर्फ सैनिक ही नहीं बल्कि आम लोग भी इसकी चपेट में आ रही हैं। इसी बीच, यूक्रेन में बहुत से भारतीय छात्र फंस गए हैं और उन्हें वहां से निकलने का साधन नहीं मिल रहा है।
छात्र बोलें - सोनू सर ने हमारी मदद की
ऐसे में अभिनेता सोनू सूद युद्धग्रस्त यूक्रेन के खार्किव शहर में फंसे भारतीय छात्रों को पोलिश सीमा तक पहुंचने और सुरक्षित रूप से घर लौटने में सहायता कर रहे हैं। कई छात्रों ने सोनू की चैरिटी संस्था से सहायता प्राप्त करते हुए खुद के वीडियो पोस्ट किए। एक छात्र ने कहा, "हम कीव में फंस गए थे और सोनू सूद सर और उनकी टीम ने हमें बाहर निकलने में मदद की थी। उनकी मदद से, हम लविवि जा रहे हैं जो एक सुरक्षित जगह है और वहां से हम भारत पहुंचेंगे।"
'नई उम्मीद देने के लिए धन्यवाद'
अन्य छात्र ने कहा, "मैं कीव छोड़ रहा हूं। सोनू सूद सर ने सही समय पर हमारी मदद की। कुछ देर में हम लविवि पहुंचेंगे और वहां से हम आज रात तक पोलैंड की सीमा पार करेंगे। बहुत-बहुत धन्यवाद, वे हमें आशा दे रहे हैं।"
यह मेरा सबसे मुश्किल असाइनमेंट: सोनू
वहीं खुद सोनू जी ने ट्वीटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'यूक्रेन में हमारे छात्रों के लिए कठिन समय और शायद अब तक का मेरा सबसे कठिन कार्य। सौभाग्य से हम कई छात्रों को सीमा पार करके सुरक्षित क्षेत्र में जाने में मदद करने में सफल रहे। आइए कोशिश करते रहें। उन्हें हमारी जरूरत है। धन्यवाद'