हिंदू धर्म के अनुसार, हर साल भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से महालक्ष्मी व्रत शुरु होते हैं। 16 दिन तक समर्पित मां को यह व्रत भक्तों की उन्नति, वैभव, खुशहाली और उन्नति के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। यह व्रत भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि से लेकर अश्विन कृष्ण अष्टमी तक मनाए जाते हैं। 16 दिन तक भक्त पूरे विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस बार महालक्ष्मी व्रत कब से शुरु हो रहे हैं और आप किस विधि के साथ मां की पूजा करके आशीर्वाद पा सकते हैं। आइए जानते हैं...
कब शुरु हो रहे हैं महालक्ष्मी व्रत?
वैदिक पंचाग की मानें तो इस साल भाद्रपद की शुक्ल अष्टमी तिथि 22 सितंबर को दोपहर 01:35 से शुरु हो रही है और यह तिथि अगले दिन यानी की 23 सितंबर को 12:17 तक रहेगी। ऐसे में महालक्ष्मी 16 व्रत 22 सितंबर यानी की कल से शुरु होने वाले हैं। वहीं व्रत का समापन 6 अक्टूबर शुक्रवार को होगा। इसी दिन आश्विन कृष्ण महीने की अष्टमी तिथि है ऐसे में इस साल महालक्ष्मी व्रत 15 दिन के होंगे।
पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचागों के अनुसार, 22 सितंबर सुबह 07:40 से लेकर सुबह 09:11 तक होगा। दोपहर का मुहूर्त 12:14 से लेकर दोपहर 01:45 तक रहेगा और रात का मुहूर्त 09:16 से लेकर 10:45 तक होगा।
सारे दुख-दरिद्रता दूर करेगा व्रत
पुराणों की मानें तो महालक्ष्मी का व्रत करने से व्यक्ति के सारे दुख और दरिद्रता का नाश होता है। माना जाता है कि इस व्रत को पूरे विधि-विधान के साथ करने से मां लक्ष्मी भक्तों से प्रसन्न होती और भक्तों के जीवन पर आए आर्थिक संकट भी दूर करती हैं। इस व्रत को करने से आर्थिक संकट दूर होता है। कथा के अनुसार, जब पांडवों ने अपना सब कुछ खो दिया था तो श्रीकृष्ण के कहने पर उन्होंने धन देने वाला महालक्ष्मी व्रत किया था।