सावन महीने में शादीशुदा महिलाएं व कुवांरी मनचाही इच्छा पूर्ति के लिए व्रत रखती हैं। वहीं, शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए लड़कियां भांग, धतूरा, सफेद फूल भी शिवलिंग को अर्पित करती हैं। इसके अलावा शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आप अलग-अलग धराओं से उनका जलभिषेक भी कर सकती हैं।
ज्यादातर लोग दूध या जल से ही शिवलिंग का अभिषेक करते हैं लेकिन शिव महापुराण में अलग-अलग धाराओं से अभिषेक करने का महत्व बताया गया है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि दूध और जल के अलावा आप किन चीजों से शिवलिंग का अभिषेक कर सकती हैं।
दूध से अभिषेक
माना जाता है कि दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने से मन शांत होता है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही इससे घर में सुख-समृद्धि भी आती है।
जल चढ़ाएं
जल चढ़ाने से ना सिर्फ भगवान शिव प्रसन्न होते हैं बल्कि इससे मन व दिमाग को भी शांति मिलती है। साथ ही इससे बुद्धि भी तेज होती है।
देसी घी
माना जाता है कि देसी घी से शिवलिंग का अभिषेक करने से घर में बीमारियों का नाश होता है। ऐसे में अगर आप भी हर वक्त बीमारियों से घिरे रहते हैं तो शिवजी को देसी चढ़ाए।
इत्र चढ़ाएं
अगर पति-पत्नी में हमेशा कलेश रहता है तो शिवलिंग पर इत्र चढ़ाए। माना जाता है कि इससे पति-पत्नी का रिश्ता मधुर होता है और ल़ाई-झगड़े नहीं होते।
शहद
शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए आप शहद का इस्तेमाल भी कर सकता है। माना जाता है कि इससे सभी बीमारियों का नाश होता है।
गन्ने का रस
शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से आनंद की प्राप्ती होती हैं। साथ ही इससे घर में खुशियां ही खुशियां आती है।
गंगाजल चढ़ाएं
मान्यता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है।