बिग बॉस के सीजन में हर बार कुछ स्पेशल देखने को मिलता है। इस बार लोगों के मन में सबसे ज्यादा एक्साइटमेंट राधे मां को देखने की है। हालांकि राधे मां चाहे इस शो में बतौर कंटेस्टेंट नहीं आई हैं लेकिन खबरों की मानें तो वह शो के बीच बीच में आती रहेंगी। लेकिन राधे मां की बिग बॉस में एंट्री के कारण कईं तरह की बातें कहीं जा रही हैं। वहीं अब इसके लिए साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद आगे आई है।
राधे मां के बिग बॉस में आने के फैसले के बाद अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने उनसे दूरी बनाने का सोच लिया है। उन्होंने एक बयान जारी कर यह भी कहा है कि राधे मां कोई संत नहीं हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का फूटा गुस्सा
इस विषय पर बात करते हुए अखिल भारतीय परिषद केअध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है,' राधे मां कोई संत नहीं है, वे किसी भी अखाड़े से नहीं जुड़ी हैं। पहले उन्हें जूना अखड़ा की तरफ से महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी, लेकिन जब उनके असल रंग सामने आए, उन्हें वहां से निकाल दिया गया।'
वे बस नाच-गाना कर सकती
इतना ही नहीं नरेंद्र गिरी ने आगे कहा,' उन्हें धर्म की किसी भी तरीके की जानकारी नहीं है। वे बस नाच-गाना ही कर सकती हैं। वह न तो कोई सन्यासी हैं और न ही साध्वी हैं। वह किसी भी तरह के अखाड़े के साथ नहीं जुड़ी हैं।'
महंत नरेन्द्र गिरी ने लोगों से की अपील
मंहत नरेंन्द्र गिरी ने लोगों से यह अपील की कि वह राधे मां को साधु संतों की कैटेगरी में ना देखें। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि राधे मां के सनातन धर्म की परम्परा के खिलाफ काम करने पर अखाड़ा परिषद कार्रवाई भी करेगा।