गलत खान-पान और बदलते लाइफस्टाइल के कारण डायबिटीज की समस्या बढ़ती जा रही है। डायबिटीज में प्री डायबिटीज एक ऐसी परिस्थिति है जिसके कारण व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से भी ज्यादा होता है। लंबे समय तक यदि प्री डायबिटीज की समस्या बनी रहे तो मरीज को टाइप 2 डायबिटीज भी हो सकती है। प्री डायबिटीज के मरीज अपनी सेहत पर ध्यान देकर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल कर सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे आप इस समस्या पर नियंत्रण पा सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
बदलें खान-पान
प्री डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट पर विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए। डाइट में कुछ बदलाव करके आप समस्या से राहत पा सकते हैं। आप फाइबर युक्त फल, सब्जियां,साबुत अनाज, केला, गाजर पालक, दालें, बाजरा, सत्तू जैसी चीजों का शामिल कर सकते हैं।
धू्म्रपान को कहें ना
यदि आप धूम्रपान करते हैं तो डायबिटीज की समस्या बढ़ सकती है। एक शोध के अनुसार, धूम्रपान करने वाले लोगों को डायबिटी होने का खतरा बाकी लोगों के मुकाबले 30-40% तक ज्यादा होता है। धूम्रपान करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है। धूम्रपान इंसुलिन की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। यदि आप भी प्री डायबिटीक की समस्या से ग्रस्त हैं तो शुगर लेवल को नियंत्रित रखें और धूम्रपान को छोड़ दें।
वजन रखें कम
बढ़ता हुआ मोटापा भी प्री डायबिटीज का कारण बन सकता है। यदि आप प्री डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप अपना वजन कम करने ही रखें। शरीर में ज्यादा चर्बी जमा हो जाने के कारण इंसुलिन बढ़ जाता है जिसके कारण डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है।
व्यायाम को करें रुटीन में शामिल
प्रीडायबिटीज के खतरे से बचने के लिए आप नियमित रुप से व्यायाम जरुर करें। रोजाना कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें इससे आपका वजन कम भी रहेगा और ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रहेगा। एरोबिक्स और कार्डियो एक्सरसाइज को आप अपनी रुटीन में शामिल कर सकते हैं।
शुगर और कार्ब्स फूड से करें परहेज
यदि आपको ब्लड शुगर लेवल सामान्य से ज्यादा है तो आप ज्यादा शुगर और कार्ब्स फूड से परहेज ही करें। सफेद ब्रेड, आलू, चीनी और पैकेज्ड फूड, रिफाइंड कार्ब्स से भरपूर खाद्य पदार्थों का भी न कहें। ज्यादा मात्रा में शुगर और कार्ब्स का सेवन करने से आपका इंसुलिन और ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जिसके कारण डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है।