नारी डेस्क: पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी कायरता और नापाक हरकतों का प्रदर्शन किया है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार सेक्टर में मंगलवार रात से पाकिस्तानी सेना ने भारी गोलाबारी की। इस हमले में 15 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
गुरुद्वारे को भी नहीं छोड़ा, 3 सिख श्रद्धालु शहीद
सबसे दर्दनाक घटना पुंछ में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब पर हुई गोलाबारी रही, जिसमें 3 सिख श्रद्धालु – भाई अमरीक सिंह (रागी), भाई अमरजीत सिंह और भाई रणजीत सिंह की मौत हो गई। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले को "मानवता के खिलाफ अपराध" बताया और सरकार से पीड़ित परिवारों को तुरंत मुआवज़ा देने की मांग की। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि पवित्र धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शर्मनाक है।
रिहायशी इलाकों को बनाया निशाना
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना ने जानबूझकर रिहायशी इलाकों पर निशाना साधा। गोलाबारी के कारण कई घरों की खिड़कियां टूट गईं और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं। गांवों में दहशत का माहौल फैल गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने आपात बैठक बुलाई है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का सटीक जवाब
इससे पहले भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoJK) और पंजाब प्रांत में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। यह जवाब पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिया गया, जिसमें 26 लोगों की निर्मम हत्या की गई थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, हमें जानकारी थी कि भारत पर और हमले हो सकते हैं, इसलिए आतंकी ढांचे को खत्म करना ज़रूरी था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारी सेनाओं ने साहस और मानवता का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में नागरिकों की सुरक्षा को पूरी प्राथमिकता दी गई और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
तीन अहम संदेशों वाला ऑपरेशन सिंदूर
भारत के इस ऑपरेशन से तीन स्पष्ट संदेश पाकिस्तान और दुनिया को मिले- आतंक के खिलाफ भारत सख्त है। भारत अब सिर्फ बचाव नहीं, निर्णायक जवाब देगा। भारत मानवता के साथ जवाब देता है, सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाता है।
पाकिस्तान की ये नापाक हरकतें उसकी हताशा को दिखाती हैं। भारत ने जहां संयम और सटीकता से जवाब दिया, वहीं पाकिस्तान ने आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर अपनी सोच जाहिर कर दी। अब समय है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी पाकिस्तान की इन हरकतों पर सख्त रुख अपनाए।