शरीर का तापमान सही होने हमारे स्वस्थ रहने की ओर इशारा करता है। आयुर्वेद के अनुसार, हमारे सिर का ठंडा, पेट नरम व पैर गर्म होना बेहद जरूरी है। नहीं तो बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है। ऐसे में अगर आपको शरीर को तापमान से संबंधी कोई समस्या है तो आज हम आपको इसे सही करने का तरीका बताते हैं।
तो आइए आज हम आपको शरीर का तापमान सही रखने के कुछ खास उपाय बताते हैं...
1. सिर ठंडा न होने के नुकसान
बुखार होने पर सिर गर्म होना आम बात है। मगर कई बार अधिक गुस्सा करने, तनाव, चिंता व स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने से भी सिर गर्म होने का कारण बनता है। लगातार सिर गर्म रहने से सिरदर्द, आंख व कान से जुड़ी परेशानियां, अनिद्रा, घबराहट, हाई प्रेशर व तनाव की परेशानी का कारण बनता है।
ऐसे करें बचाव
आप सिर ठंडा रखने के लिए गीेले कपड़े का इस्तेमाल कर सकती है। इसके अलावा रोजाना शीतली व शीतकारी प्राणायाम और चंद्र अनुलोम-विलोम करना सही रहेगा। इससे शरीर में खून का प्रवाह सही तरीके से होगा। दिमाग को सही मात्रा में ऑक्सीजन मिलने से सिर ठंडा होने में मदद मिलेगी।
2. बीमारियों से बचाएगा नरम पेट
आयुर्वेद के मुताबिक ज्यादातर बीमारियों की वजह पेट होता है। असल में, ज्यादा ऑयली व मसालेदार भोजन खाने से पेट संबधी समस्याएं होती है। इसके कारण गैस, अपच, एसिडिटी, कब्ज व भारीपन व कठोर महसूस होता है। इसके साथ ही खट्टी डकार आने लगती है। साथ ही ये समस्याएं कई दिनों तक रहने से अन्य बीमारियों को न्योता देती है।
ऐसा करें
पेट को नरम करने के लिए आप ठंडा और गर्म एक साथ सेंक दे सकते हैं। इसके साथ ही ज्यादा ऑयली व मसालेदार भोजन की जगह पर सादा खाना खाएं। इसके अलावा सादा भोजन करें। साथ ही खाने को अच्छे व धीरे से चबाकर खाएं। साथ ही सही मात्रा में पानी का सेवन करें।
3. पैरों को हल्के गर्म रखना जरूरी
इस बात का ध्यान रखें कि हमारे पैर के तलवे व पंजे हल्के गर्म रहे। इससे पांव में खून की नलियों को चौड़ा होने में मदद मिलती है। साथ ही सिर और छाती का भारीपन दूर होकर हल्का महसूस होता है।
ऐसे रखें पैर गर्म
इसके लिए एक बाल्टी में गुनगुना पानी लेकर उसमें करीब 10 मिनट तक पैर डुबोएं। इसके अलावा आप गुनगुने पानी में कपड़े को डुबोकर तलवों पर रगड़ सकते हैं। इस प्रक्रिया को 5 मिनट तक करें। इससे पैरों का तापमान सही रहने के साथ आपको आराम व हल्का महसूस होगा। साथ ही सिर भी ठंडा रहेगा।