नारी डेस्कः इस समय कई देशों में मंकीपॉक्स नाम के वायरस का कहर देखने को मिल रहा है। यह एक वायरल बीमारी है जिसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और रैशेज आदि जैसे कई लक्षण सामने आते हैं। अब मंकीपॉक्स का नया वेरिएंट भी तेजी से फैल रहा है। प्रेग्नेंसी के दौरान मंकीपॉक्स से बचाव और इसके प्रभावों से सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी रखना बेहद महत्वपूर्ण है। गर्भवती महिलाएं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, मंकीपॉक्स से संक्रमित होने पर उन्हें और उनके गर्भस्थ शिशु को अधिक खतरा हो सकता है।
संक्रमित जानवर या संक्रमित व्यक्ति से फैलता है मंकीपॉक्स
संक्रमित जानवर या संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से मंकीपॉक्स वायरस फैलता है। यह संक्रमित शरीर के तरल पदार्थ, घावों या दूषित वस्तुओं के संपर्क में आने से भी फैल सकता है। अगर ये वायरस इंफेक्शन ज्यादा गंभीर हो जाए तो व्यक्ति की इम्यूनिटी बहुत ज्यादा कमजोर हो जाती है और सेकेंडरी इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
यह संक्रमण ऐसे लोगों को अधिक प्रभावित करता है जिनकी इम्यूनिटी पहले से ही कमजोर होती है जैसे बूढ़े लोग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं। गर्भावस्था में मंकीपॉक्स हो जाने पर मां और गर्भस्थ शिशु की सेहत बिगड़ सकती है। ऐसे में बचाव के लिए लोगों के मन में यही सवाल है कि क्या इससे बचने के लिए प्रेग्नेंसी में मंकीपॉक्स से बचाव के लिए टीका लगवा सकते हैं और क्या ये सुरक्षित है? तो चलिए इस बारे में ही आपको बताते हैं।
प्रेग्नेंसी में मंकीपॉक्स वैक्सीन लगवाना सुरक्षित है?
फिलहाल तो गर्भवती महिलाएं जिन्हें मंकीपॉक्स है उन्हें टीकाकारण की सलाह नहीं दी गई है। गर्भवती महिलाओं को किसी भी टीके को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। भारत में मंकीपॉक्स वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं है, लेकिन जैसे ही इसे मंजूरी मिलती है, इसकी आपूर्ति के बारे में जानकारी दी जाएगी। हालांकि, यूएस में JYNNEOS और ACAM2000 नामक टीके उपलब्ध हैं, जो मंकीपॉक्स और स्मॉलपॉक्स से सुरक्षा प्रदान करते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
डॉक्टर से संपर्क कब करें?
यदि आपको बुखार, त्वचा पर दाने, थकान या अन्य असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। प्रारंभिक लक्षणों की पहचान और समय पर उपचार मंकीपॉक्स के संक्रमण से होने वाले
संभावित जोखिम को कम कर सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय
संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखें: मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क से फैलता है। इसलिए, संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्ति से दूरी बनाए रखें और ऐसे इलाकों में न जाएं जहां मंकीपॉक्स का खतरा अधिक है।
हाथों की नियमित सफाई: अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं, खासकर सार्वजनिक जगहों से लौटने के बाद। एल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
व्यक्तिगत वस्तुएं साझा न करें: तौलिये, कपड़े, बिस्तर की चादरें, और अन्य व्यक्तिगत वस्तुएं दूसरों के साथ साझा करने से बचें, क्योंकि इनसे संक्रमण फैल सकता है।
जानवरों से दूरी बनाए रखें: मंकीपॉक्स का संक्रमण जंगली जानवरों से भी हो सकता है। इसलिए, संक्रमित जानवरों या पालतू जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें: इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, और पर्याप्त नींद लें।
फ्लू या अन्य जरूरी वैक्सीन: यदि आप किसी जोखिम वाले क्षेत्र में रह रही हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर फ्लू या अन्य जरूरी वैक्सीन लगवाने पर विचार कर सकती हैं, ताकि आप अन्य वायरल संक्रमणों से सुरक्षित रह सकें।