
नारी डेस्क: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी अब संन्यासिनी बन गई हैं और उन्होंने महामंडलेश्वर ममता अनंत गिरी का नाम ग्रहण किया है। अब वे आध्यात्मिक जीवन में सक्रिय हैं और 1 जून को उत्तर प्रदेश के संभल में बन रहे श्री कल्किधाम में शिलादान करने वाली हैं।
मां भगवती का अंश बताकर किया बड़ा दावा
ममता कुलकर्णी ने एक इंटरव्यू में खुद को मां भगवती का अंश बताया और कहा कि उन्हें धरती पर खास कार्य करने के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह सब मां भगवती की प्रेरणा से संभव हुआ है और यही वजह है कि वे महामंडलेश्वर बन पाईं।

महाकुंभ में महामंडलेश्वर बनने की कहानी
ममता ने बताया कि वे हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनी थीं। यह उनके लिए 140 सालों में सबसे पवित्र अवसर था। उन्होंने कहा कि यह ईश्वर की कृपा है और 25 साल की तपस्या का फल है।
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि ममता कुलकर्णी 1 जून को संभल में श्री कल्किधाम में शिलादान करेंगी। सुबह 9 बजे यज्ञ होगा, उसके बाद भंडारा भी आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम संभल और आसपास के क्षेत्रों में काफी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

एक्ट्रेस से महामंडलेश्वर तक का सफर
ममता कुलकर्णी का यह आध्यात्मिक परिवर्तन काफी चर्चा में है। एक समय बॉलीवुड की चमक-दमक वाली अभिनेत्री, अब धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में कदम रख चुकी हैं। ममता ने कहा कि यह उनके जीवन का बहुत खास दिन होगा और श्री कल्किधाम के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण क्षण है।