"जिन्दगी इतनी भी आसान नहीं होती, मुश्किलों में मुस्कुराने की आदत डाल लीजिये" ये ही सिखाया है हमें लता शर्मा ने जिन्होंने बचपन से लेकर जवानी तक क्या कुछ नहीं साहा। ये दर्द सिर्फ उनका नहीं बल्कि देश की कई औरतों का है। लता की motivational story हमें विश्वास दिलाएगी कि ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए ज़रूरत है सिर्फ जोश की।
छोटी उम्र में पिता ने छोड़ दिया साथ
इस साधारण महिला ने अपने जीवन में अद्भुत मुक़ाम हासिल कर लिया है। लता ने अपनी कहानी में बताया कि कैसे पिता उनकी मां के साथ व्यवहार किया करते थे। एक दिन जब उनके पिता इस दुनिया से चले गए तो किस तरह उन्होंने और उनकी मां ने अपनी जिंदगी गुजारी। लता बताती है कि पिता के चले जाने के बाद मामा उन्हे अपने घर ले गए। 6 साल की बच्ची को स्कूल नहीं जाने दिया बल्कि उसे बाकी बच्चों की देखभाल करने के लिए कहा गया।
4 साल तक हुआ योन शोषण
जिस मामा ने उन्हे घर में रख वो ही उसके साथ गंदी हरकता करता था। वह बताती है कि रात को सोते वक्त उन्हे एहसास होता था कि कोई उन्हे छू रहा है लेकिन वह इतनी छोटी थी कि कुछ समझ ही नहीं पाई और यह सब 4 साल तक चलता रहा। एक दिन मां ने ये सब देखा तो उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई।आवाज उठाने की सजा यह मिली कि उन दोनों घर से निकाल दिया गया। लता बताती है कि किस तरह उन दोनाें ने स्टेशनों में रातें गुजारी तो कभी रिश्तेदारों के घर के बाहर साे जाते थे।
पति और देवर ने किया रेप
लता आगे बताती हैं कि बहुत संघर्ष करने के बाद वह उन्होंने एक Factory में काम करना शुरू किया जहां उन्हे महीने के 450 रुपए मिलते थे। अपनी पहली कमाई से उन्होंने teddy bear खरीदा जो आज तक उनके साथ है। फिर एक दिन उनकी शादी करवा दी गई लेकिन ससुराल में जो हुआ वह चाहती है कि किसी और के साथ ना हो। वहां उनके देवर और पति ने उनके साथ 3 से 4 दिन तक रेप किया। लता ने बताया कि इसके बाद उन्होंने पति को छोड़ने का फैसला ले लिया।
33 की उम्र में की BA
लता ने पति को तो छोड़ दिया लेकिन पढ़ाई ना होने के चलते उन्हे जॉब मिलने आसान नहीं था। अपनी पढ़ाई पहले ना कर पाने के वजह से 33 की उम्र में उन्होंने BA की degree प्राप्त की। जिस लड़की को कभी English नहीं आती थी आज वह एक बड़े मुकाम पर है। लता कहती है कि "ना टूट कर बिखरो इस तरह जमीन पर, हमेशा उठ कर उड़ों असमान में " । उनकी इस कहानी ने हमें बता दिया है कि किसी भी समस्या को खुद पर हावी मत होने दो। निडरता से हर मुश्किल का सामना करते रहो, डरो नहीं, झुको नहीं