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21 साल से अपने परिवार समेत सजा काट रहे हैं लड्डू गोपाल, सिर्फ जन्माष्टमी पर मिलती है रिहाई

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 07 Sep, 2023 01:26 PM
21 साल से अपने परिवार समेत सजा काट रहे हैं लड्डू गोपाल, सिर्फ जन्माष्टमी पर मिलती है रिहाई

जन्माष्टमी के पावन पर्व पर जहां देश भर में लड्डू गोपाल  का अभिषेक कर उन्हें झुला झुलाया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ एक जगह भगवान श्रीकृष्ण अपने परिवार समेत सजा काट रहे हैं। वह 21 साल से बड़े भाई बलराम व राधा समेत शिवली कोतवाली के मालखाने में कैद हैं। वर्ष भर में केवल जन्माष्टमी पर एक दिन की उन्हें रिहाई मिलती है और इस दिन पुलिस कर्मी पूजन करने के बाद फिर उन्हें कैद में भेज देते हैं। 

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इतने सालों बाद भी श्रीकृष्ण को रिहाई  नहीं मिल पा रही है। दरअसल 12 मार्च 2002 को कानपुर देहात जिले शिवली में स्थित प्राचीन राधा-कृष्ण मंदिर से अष्टधातु की श्रीकृष्ण, बलराम और राधा की तीन बड़ी और दो छोटी मूर्तियां चोरी हो गई थी । उस वक्त  घटना की रिपोर्ट मंदिर के सर्वराकर आलोकदत्त ने कोतवाली में दर्ज कराई थी। सप्ताह भर में चोर मूर्तियों सहित गिरफ्तार हो गया और कुछ समय बाद उसे रिहाई भी मिल गई लेकिन श्रीकृष्ण परिवार समेत यहीं रह गए। 

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द्वापर के महारथी श्रीकृष्ण कलियुग के कानूनी दांव पेंच में इस तरह फसे कि आज भी कोतवाली के मालखाने में कैद हैं। हालांकि प्रत्येक वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी पर्व आने पर पुलिसकर्मी बड़ी धूमधाम से उनका जन्मदिन मनाते हैं। कोतवाल मालखाने से ये मूर्तियां निकालकर स्नान कराते हैं और नए कपड़े पहनाकर विधि विधान से उनका जन्मोत्सव मनाते हैं। श्रद्धाभाव से जन्माष्टमी पर पूजन कर प्रसाद वितरण कर यही कामना की जाती है कि भगवान सभी का कल्याण करें, वापस दोबारा से इन्हें अंदर रख दिया जाता है। 

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बताया जाता है कि उस समय मंदिर के संरक्षक आलोक दत्त ने मूर्तियों को लेकर कई बार कोतवाली व न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिए गए लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। कानूनी पचड़े के कारण भगवान के इस परिवार की किसी मंदिर में स्थापना नही हो सकी। यानी कि बिना कोई अपराध व सजा के स्वयं भगवान श्रीकृष्ण अपने परिवार समेत सजा काट रहे हैं।

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