कई महिलाएं प्रेगनेंसी में भी जॉब करती है। वहीं कई महिलाएं तो आजकल नाइट शिफ्ट भी करती है। मगर आप जानती है कि इस अवस्था में उनका जॉब करना कितना सही और कितना गलत? जी हां, दिन और रात को काम करने से शरीर में अलग-अलग असर होता है। दिन के मुकाबले में रात के समय काम करना थोड़ा मुश्किल व चुनौतीभरा कहा जा सकता है। एक्सपर्ट अनुसार, रात का समय सोने यानि आराम करने का होता है। ऐसे में रात के समय काम करने से हमारा सरकैडियन रिदम में बदलाव आ सकता है। बात सरकैडियन रिदम की करें तो यह शारीरिक, मानसिक और व्यवहारिक बदलाव होता है। यह हमारे 24 घंटे के साइकिल को फॉलो करने में मदद करता है। सरकैडियन रिदम द्वारा ही हमारा मासिक चक्र और प्रेगनेंसी हार्मोंस कंट्रोल रहते हैं।
एक्सपर्ट अनुसार, प्रेगनेंसी के दिनों में कई घंटों तक खासतौर पर नाइट शिफ्ट करने से तनाव, मिसकैरेज और प्रीटर्म बर्थ का खतरा रहता है। असल में, इस दौरान महिलाओं को पूरा आराम व सेहत का ध्यान रखने की जरूरत होती है। मगर नाइट शिफ्ट करने से इससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे उनकी नींद पूरी ना होने की समस्या रहती है। ऐसे में इससे उनका मासिक चक्र भी प्रभावित हो सकता है। चलिए जानते हैं प्रेगनेंसी में नाइट शिफ्ट करने से होने वाले नुकसान के बारे में...
स्ट्रेस और एंग्जायटी अटैक होने का खतरा
गर्भावस्ता दौरान नाइट शिफ्ट करने से महिलाओं को स्ट्रेस और एंग्जायटी अटैक होने का खतरा रहता है। ऐसे में इसका गहरा व बुरा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है। इसके कारण प्रीमिच्योर डिलीवरी हो सकती है।
मिसकैरेज होने का खतरा
देर तक काम करने खासतौर पर नाइट शिफ्ट करने वाली महिलाओं को प्रीमैच्योर डिलीवरी का खतरा रहता है। कई मामलों में मिसकैरेज भी हो सकता है।
नाइट शिफ्ट दौरान ध्यान में रखें ये बातें
वैसे तो प्रेगनेंसी दौरान महिलाओं को नाइट शिफ्ट की जॉब करने से बचना चाहिए। मगर आप ऐसा नहीं कर सकती है जो कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखें।
. ऑफिस में किसी भी तरह का तनाव लेने से बचें। नहीं तो ये आपके गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अपने काम को मैनेज करने की कोशिश करें।
. लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठने या खड़े रहने की गलती ना करें। इसके साथ ही ऐसी पोजीशन में रहें जिसमें आप कंफर्टेबल महसूस करें।
. एक्सपर्ट अनुसार इस अवस्था में महिलाओं के कई बार आंखों से धुंधला दिखाई देता है। ऐसे में लंबे समय तक लैपटॉप, कंप्यूटर आदि इलैक्ट्रॉनिक मशीनों को इस्तेमाल करने से बचें। नहीं तो इससे आपकी आंखों में तनाव हो सकता है। इसके अलावा आंखों को स्ट्रेस से सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा तेज व धीमी रोशनी में काम करने से बचें।
ये टिप्स भी आएंगे आपके काम
. नाइट शिफ्ट दौरान लोग नींद से बचने के लिए कॉफी पीते हैं। मगर आप इसका सेवन करने से बचें। असल में, इससे मिसकैरेज या बेबी का लो बर्थ वेट होने का खतरा रहता है।
. अक्सर लोग काम के चक्कर में कई घंटों तक भूखे रहते हैं। मगर आप गर्भावस्था दौरान जॉब कर रही है तो ऐसा भूखा रहने से बचें। इससे गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर बुरा असर प़ड़ सकता है। आप चाहे तो अपने साथ ताजे फल, सब्जियां, सूखे मेवे, स्प्राउट्स आदि लेकर जा सकती है। इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा। इसके साथ ही आप और गर्भ में पल रहा बच्चा एकदम हेल्दी रहेगा।
. जॉब व अपनी निजी जिंदगी में भी किसी से झगड़ा या बहस करने से बचें। इससे आप तनाव महसूस कर सकती है जो आपके साथ बच्चे पर भी बुरा असर डालेगा।
. शरीर में पानी कमी ना हो इसलिए समय-समय पर तरह पदार्थों का सेवन करते रहिए।
. गर्भावस्था दौरान शरीर में कमजोरी अधिक महसूस होती है। ऐसे में इससे बचने के लिए अपनी डाइट व लाइफ स्टाइल का खास ध्यान दें। ऐसा कोई काम ना करें जिससे आपको अधिक थकान महसूस हो।