पुडुचेरी की पूर्व राज्यपाल किरण बेदी इन दिनों सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप झेल रही हैं। हालांकि बेदी ने अपनी टिप्पणी पर माफी भी मांग ली है, लेकिन बावजूद इसके लोगों का गुस्सा शांत नहीं आया हुआ है। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी इस मामले में दिल्ली के मुख्य सचिव से रिपोर्ट तलब किया है ।
दरसअल देश की पहली आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी ने अपनी पुस्तक 'फीयरलेस गवर्नेंस' के विमोचन कार्यक्रम के दौरान सिखों को लेकर '12 बजे' से संबंधित मजाकिया टिप्पणी की। उन्होंने कहा- 'अभी बजे हैं- पूरे 20 मिनट कम 12. यहां अभी कोई सरदार जी नहीं हैं.' । यह वीडियाे सामने आने के बाद लोगों ने उनकी टिप्पणी का जमकर विरोध किया।
मामला बढ़ता देख किरण बेदी ने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा- मैं अपने समुदाय का सबसे ज्यादा सम्मान करती हूं। मैं बाबा नानक देव जी की भक्त हूं। मैंने जो भी दर्शकों से कहा, उसे कृपया गलत ना समझा जाए। मैं इसके लिए क्षमा चाहती हूं। मैं आखिरी व्यक्ति हूं जिसने किसी को चोट पहुंचाई, मैं सेवा और दया में विश्वास रखती हूं।
पूर्व राज्यपाल ने अगले ट्वीट में लिखा- मैंने उसी सुबह पाठ और सेवा की, मैं एक भक्त हूं। मैं हर समय बाबा का आशीर्वाद चाहती हूं। मैंने दिन की शुरुआत पाथ इन हाउस से की, कृपया मेरी मंशा पर संदेह ना करें। उन्होंने आगे कहा- अपने समुदाय और मेरी आस्था के लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान और प्रशंसा है। इसके कुछ देर बाद उन्होंने ट्वीट में लिखा- पछतावा होने के बावजूद मुझे ईमेल, वॉट्सएप और ट्विटर हैंडल पर बहुत ही अश्लील गालियां मिल रही हैं. मैं गाली देने वालों से आग्रह करती हूं वे ऐसा करने से बचें और मुझे ऐसी स्थिति में न डालें कि मुझे उन्हें पब्लिक डोमेन में रखना पड़े।
वहीं ‘आप’ के पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह ने बेदी की टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने ट्वीट कर कहा- ‘‘जब मुगल भारत को लूटकर और बहन-बेटियों को अगवा कर ले जा रहे होते थे, तब सिख ही उनसे डटकर लड़ते थे और बहन-बेटियों की रक्षा करते थे। 12 बजे था मुगलों पर हमला करने का समय। यह है 12 बजे का इतिहास। उन्होंने कहा- शर्म आनी चाहिए भाजपा के छोटी सोच वाले नेताओं को, जो सम्मान देने के बजाय सिखों का मजाक उड़ाते हैं। ‘आप’ नेता ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि पंजाब से ताल्लुक रखने वाली किरण बेदी ने जानबूझकर सिखों का मजाक उड़ाया।