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Kidney Stone अगर यूरिन पाइप में फंस जाए तो तुरंत करें ये काम, मिलेगा जल्द आराम!

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 30 Sep, 2024 07:46 PM
Kidney Stone अगर यूरिन पाइप में फंस जाए तो तुरंत करें ये काम, मिलेगा जल्द आराम!

नारी डेस्कः किडनी स्टोन (Kidney Stone) यानि की गुर्दे की पथरी, यह समस्या तो अब इतनी आम हो गई है कि आप छोटे-बड़े और बुजुर्ग सबके मुंह से यह सुन लेंगे कि उन्हें किडनी स्टोन की समस्या हो गई है। इसकी वजह भी हमारा खराब लाइफस्टाइल और खाने-पीने की गलत आदत हैं। किडनी की पथरी वैसे तो निकल जाती है लेकिन अगर यह यूरेटर में फंस जाए तो मरीज की हालत खराब हो जाती है। तेज दर्द के साथ यूरिन रुक जाता है। ऐसे में स्थिति गंभीर भी बन सकती है ब्लेडर, किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। यूरेटर वह नली होती है जो किडनी से मूत्र को ब्लैडर तक ले जाती है। चलिए आपको बताते हैं कि यूरेटर में स्टोन फंसने पर क्या समस्या आती है और इससे बचाव कैसे हो सकता है। 

किडनी स्टोन, यूरेटर में फंस जाए तो क्या होता है? ( Kidney Stone in Urine Pipe)

यूरेटर, पतली नली होती है जो गुर्दे से मूत्र को मूत्राशय तक पहुंचाती है। जब  पथरी इस नली में फंस जाती है तो इससे यूरिन रूक जाता है या यूरिन पास करने में रूकावट आती है। ऐसा होने पर कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। 

यूरिन पाइप में किडनी स्टोन फंसने के बाद के लक्षण (Kidney Stone symptoms)

तीव्र दर्द (रेनल कोलिक)

जब पथरी यूरेटर में फंसती है, तो इससे अत्यधिक तेज दर्द होता है, जिसे रेनल कोलिक कहा जाता है। यह दर्द कमर से शुरू होकर पेट और जांघों तक फैल सकता है।दर्द की तीव्रता बहुत अधिक हो सकती है और यह अचानक से शुरू होता है। यह दर्द आमतौर पर एक तरफ होता है, उस तरफ जहां पथरी फंसी होती है।  

यूरिन रूक जाना

यूरेटर में फंसी हुई पथरी यूरिन को रोक सकती है। इससे यूरिन वापिस किडनी में ही आना शुरू हो जाता है, जिसे हाइड्रोनफ्रोसिस कहा जाता है। इससे गुर्दे में सूजन हो सकती है और किडनी  फंक्शन खराब हो सकता है।

यूरिन में खून (हेमट्यूरिया)

पथरी के यूरिन पाइप को चोट पहुंचा सकती है जिससे यूरिन में खून आ सकता है। यह रक्त, यूरिन के साथ मिलकर लाल या भूरे रंग का हो सकता है।

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यूरिन इंफेक्शन (UTI)

यूरिन रुकने से यूरिन इंफेक्शन यानि यूटीआई हो सकता है। यूटीआई के लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, यूरिन पास करते समय जलन, बार-बार यूरिन आना और यूरिन में स्मैल आना शामिल हो सकते हैं। संक्रमण गंभीर होने पर पायलोनेफ्राइटिस (गुर्दे का संक्रमण) हो सकता है।

मतली और उल्टी

यूरेटर में पथरी के फंसने से पेट में असहजता और मतली हो सकती है। दर्द के साथ-साथ उल्टी आना भी सामान्य है।

बार-बार  यूरिन आना 

यूरेटर में पथरी फंसने से यूरिन पास  करने में कठिनाई हो सकती है। यूरिन बहुत कम आ सकता है और बार-बार यूरिन करने की इच्छा हो सकती है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में यूरिन आता नहीं है। 

किडनी को नुकसान (Kidney Demage)

अगर पथरी लंबे समय तक यूरेटर में फंसी रहती है और यूरिन रूक जाता है जिससे किडनी डैमेज हो सकती है। यूरिन का जमाव, गुर्दे के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है।

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यूरेटर में किडनी स्टोन फंस जाए तो तुरंत क्या करें? (Urine Pipe Mein Kidney Stone Kaise Nikale)

डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें

अगर आपको बहुत तेज दर्द, यूरिन में खून, बुखार या यूरिन इंफैक्शन के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। पथरी को हटाने या उसे यूरेटर से निकालने के लिए आपको डाक्टरी आवश्यकता हो सकती है।

इमेजिंग टेस्ट

अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, या CT स्कैन जैसे इमेजिंग टेस्ट की मदद से यह पता लगाया जाता है कि पथरी कहां और कितनी बड़ी है।

जरूरी दवाइयां 

डॉक्टर दर्द से राहत पाने के लिए और पथरी को निकलने में मदद करने के लिए मूत्रवाहक नलियों को चौड़ा करने वाली दवाएं दे सकते हैं।

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सर्जरी या अन्य उपचार

अगर पथरी खुद से बाहर नहीं निकलती, तो शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (SWL), यूरेटेरोस्कोपी या पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी (PCNL) जैसी प्रक्रियाओं का उपयोग पथरी को निकालने के लिए किया जा सकता है।
लिथोट्रिप्सी: इसमें शॉक वेव्स का उपयोग करके स्टोन को तोड़ा जाता है।
यूरेटरोस्कोपी: इस प्रक्रिया में कैमरे वाली एक पतली ट्यूब का उपयोग कर पथरी को निकाला जाता है।
सर्जरी: कुछ मामलों में सर्जरी की आवश्यकता होती है।

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किडनी स्टोन निकालने का देसी इलाज (Kidney Stone Ayurvedic Upchar)

तुलसी के पत्ते

तुलसी की चाय या तुलसी के पत्तों का रस पीने से किडनी की कार्यक्षमता बढ़ती है और पथरी के उपचार में मदद मिलती है। तुलसी के रस में शहद मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट पीने से पथरी के इलाज में फायदा होता है।

पाषाणभेद का पौधा

इसे पत्थरचट्टा, पत्थरतोड़ा, पत्थरचूर आदि नाम से भी जाना जाता है। यह आयुर्वेदिक चिकित्सा में जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसे कैसे इस्तेमाल करना है इस बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर पूछें। 

पोटैशियम सिट्रेट

इसे मुंह से लेने से यूरिक एसिड पथरी धीरे-धीरे गल सकती है।

आंवला

आंवला (Indian Gooseberry) का चूर्ण या रस पथरी के इलाज में सहायक होता है। आंवला पथरी को घुलाने और मूत्र प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे हल्दी के साथ मिलाकर लिया जा सकता है।

नींबू और जैतून का तेल

नींबू का रस और जैतून के तेल का मिश्रण पथरी को घुलाने में मदद करता है। 2-3 चम्मच नींबू के रस और 1-2 चम्मच जैतून के तेल को मिलाकर दिन में 2-3 बार लेने से पथरी का आकार कम हो सकता है। आप नींबू पानी में काला नमक डालकर  पी सकते हैं। खारे पानी का सेवन करें और ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।

नारियल पानी

नारियल पानी पथरी को घुलाने और मूत्र प्रवाह को बेहतर बनाने में सहायक होता है। यह शरीर को हाइड्रेट करता है और गुर्दे को साफ रखता है।

बाजरा का पानी (Barley Water)

बाजरे का पानी आयुर्वेद में मूत्रवर्धक के रूप में उपयोग किया जाता है। यह पथरी को घुलाने और मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में सहायक होता है।

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किडनी स्टोन है तो क्या खाएं? (Kidney Stone Mein Kya Khayein)

किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के उपचार और बचाव के लिए सही आहार का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। किडनी स्टोन बनने से बचने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और कुछ से परहेज करना चाहिए।

भरपूर पानी पीएं

पर्याप्त पानी पीने से मूत्र पतला होता है और स्टोन के बनने का खतरा कम हो जाता है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें।

नींबू पानी

नींबू में सिट्रेट नामक तत्व होता है, जो कैल्शियम स्टोन बनने से रोकता है। बिना चीनी का ताजा नींबू पानी पीने से किडनी स्टोन बनने का खतरा कम होता है।

फाइबर युक्त आहार

साबुत अनाज, जैसे जई (ओट्स), ब्राउन राइस, और अन्य हाई-फाइबर खाद्य पदार्थ, पथरी बनने के खतरे को कम करते हैं।

फल और सब्जियां

विशेषकर नारंगी, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, और अन्य साइट्रिक फलों में सिट्रिक एसिड होता है, जो पथरी को बनने से रोकने में मदद करता है। गाजर, खीरा, और पत्तेदार सब्जियां भी फायदेमंद हैं।

कैल्शियम आहार

कैल्शियम से समृद्ध आहार (जैसे दूध, दही, और पनीर) किडनी स्टोन के खतरे को कम करता है। हालांकि, कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

कम ऑक्सालेट वाले आहार

कम ऑक्सालेट वाले खाद्य पदार्थ, जैसे केला, पपीता, सफेद चावल, और गोभी, किडनी स्टोन की संभावना को कम करते हैं। ऑक्सालेट से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे पालक, चुकंदर, चॉकलेट, नट्स, और रबर्ब से परहेज करें क्योंकि ये कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन के खतरे को बढ़ाते हैं।

मैग्नीशियम युक्त आहार

मैग्नीशियम युक्त भोजन, जैसे पालक, बादाम, और बीज, किडनी स्टोन बनने से रोक सकते हैं।

किडनी स्टोन में क्या न खाएं? ( Kidney Stone Avoid Foods)

सोडियम (नमक) का सेवन कम करें

ज्यादा नमक खाने से किडनी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे स्टोन बनने का खतरा बढ़ता है। सोडियम का सेवन दिनभर में 2,300 मिलीग्राम या उससे कम करें।

प्रोसेस्ड और जंक फूड

प्रोसेस्ड फूड, पैकेज्ड स्नैक्स, और फास्ट फूड में सोडियम और ऑक्सालेट की उच्च मात्रा होती है, जो किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकती है।

ज्यादा प्रोटीन खाने से बचें

अधिक मात्रा में पशु प्रोटीन (जैसे रेड मीट, चिकन, मछली, और अंडे) का सेवन किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है। प्रोटीन का सेवन सीमित मात्रा में करें और शाकाहारी स्रोतों (जैसे दालें, फलियां) से
प्रोटीन प्राप्त करें।
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मीठे और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स

मीठे और सोडा जैसे पेय पदार्थ, जिनमें हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप या फॉस्फेट्स होते हैं, से बचें। यह पथरी बनने की संभावना को बढ़ाते हैं।

एल्कोहल और कैफीन

अधिक मात्रा में शराब और कैफीन का सेवन गुर्दे पर दबाव डालता है और पथरी बनने का खतरा बढ़ा सकता है। इनका सेवन कम करें।

याद रखें ये बातें

किडनी स्टोन से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहना सबसे महत्वपूर्ण है और इसी के साथ संतुलित आहार लेना चाहिए। फाइबर, कम ऑक्सालेट और कैल्शियम से भरपूर आहार अपनाएं और ऑक्सालेट और सोडियम से समृद्ध खाद्य पदार्थों से परहेज करें। वजन बढ़ने से भी किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ाते हैं इसलिए संतुलित आहार के साथ वजन नियंत्रित रखें। नियमित व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि से मूत्र प्रवाह अच्छा रहता है, जिससे पथरी बनने की संभावना कम होती है। यदि आपको पहले से किडनी स्टोन की समस्या है, तो अपने डॉक्टर से आहार पर विस्तृत परामर्श अवश्य लें।

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