बाॅलीवुड की बेबाक एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों अपने विवाद और बयानों को लेकर सुर्खियां बटोर रही है। महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना के साथ चल रहा कंगना रनौत का विवाद अभी शांत नहीं हुआ है। इसी बीच ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कंगना बीजेपी का दामन थाम सकती है।
राज्यपाल से की थी कंगना ने मुलाकात
दरअसल, बीते कुछ दिनों पहले बीएमसी द्वारा अपना ऑफिस तोड़े जाने पर कंगना ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में कंगना ने बीएमसी द्वारा उनके ऑफिस के साथ की गई तोड़ फोड़ पर बातचीत की थी और राज्यपाल को इस बारे में जानकारी दी। इस मुलाकात के बाद कंगना ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह कोई नेता नहीं हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।
क्या बीजेपी का दामन थाम रही है कंगना
राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कंगना के हाथ में कमल का फूल दिखाई दिया था। जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कंगना का झुकाव बीजेपी की तरफ बढ़ रहा है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि कंगना रनौत की मां आशा रनौत ने हाल ही में भाजपा का हाथ थामा है। आशा रनौत पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल थी। लेकिन उनका कहना है कि उनकी बेटी कंगना के साथ जो हुआ इसके बाद उन्हें भाजपा में शामिल होना पड़ा।
वहीं कंगना की मां आशा रनौत ने केंद्र सरकार का उनकी बेटी को वाई प्लस सिक्योरिटी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा किया था। इसके अलावा आशा रनौत ने हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार का भी धन्यवाद किया था।
बता दें कंगना ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा था, 'मैंने राज्यपाल से मेरे साथ हुए अन्याय के बारे में बात की। जो मेरे साथ किया गया है, उसी के बारे में मैंने उन्हें बताया। मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय जरूर मिलेगा ताकि हमारे देश की जो बच्चियां हैं, उनका विश्वास भी इस सिस्टम में वापस लौटे। मैं कोई नेता तो नहीं हूं और न ही मेरा राजनीति से कोई लेना-देना है लेकिन आज अचानक से मेरे साथ अभद्र व्यवहार हुआ है और राज्यपाल साहब ने बेटी की तरह मुझे सुना है और मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।'