मशहूर गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने एक ऑनलाइन ऐप पर मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद सहित सभी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। हालांकि उनके ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हे ट्रोल करना शुरु कर दिया, जिसके चलते उन्हे एक और ट्वीट करना पड़ा।
जावेद अख्तर ने लगाए आरोप
जावेद अख्तर ने लिखा- जबसे मैंने मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी के खिलाफ आवाज उठाई, तभी से गोडसे का महिमामंडन करने वालों और पुलिस को नरसंहार का उपदेश देने वाले लोगों ने मेरे परदादा स्वतंत्रता सेनानी को गालियां देनी शुरू कर दीं, जिनकी मृत्यु 1864 में कालापानी की सजा के दौरान हुई थी। आप ऐसे बेवकूफों से क्या कह सकते हैं?
पीएम मोदी पर उठाए सवाल
अपने पहले ट्वीट में गीतकार ने कहा था कि- ‘‘सैकड़ों महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी हो रही है। तथा-कथित धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है, सेना, पुलिस और जनता को 20 करोड़ हिन्दुस्तानियों का संहार करने को कहा जा रहा है। इन मुद्दों पर मैं खुद की और खास तौर से प्रधानमंत्री सहित सभी की चुप्पी से हैरान हूं। क्या यही है सबका साथ?’’
फरहान अख्तर ने भी किया विरोध
अखतर के बेटे और अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर ने भी महिलाओं की नीलामी की घटना सामने आने पर इसकी कटु आलोचना की थी। फरहान ने ट्वीट कर लिखा था कि- यह बीमार कर देने वाला है। इस घटिया काम के पीछे जिनका हाथ है, उनके खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई के लिए पुलिस से अनुरोध करता हूं। स्वरा भास्कर, रिचा चड्ढा, श्रुति सेठ और पटकथा लेखक वरुण ग्रोवर ने भी इस घटना की कटु आलोचना करते हुए इसे ‘‘घिनौना’’ बताया है। ग्रोवर ने कहा कि देश में मुस्लिम महिलाओं को संगठित तरीके से और जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
ये है पूरा मामला
दरअसल कुछ प्रमुख हस्तियों सहित सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरें बिना अनुमति के ‘बुल्ली बाई’ ऐप पर अपलोड करके उन्हें ‘नीलामी’ के लिए रखा गया है। एक साल से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा हुआ है। यह ऐप पिछले साल विवादों में आए ‘सुल्ली डील्स’ की तरह ही है।