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रेलवे ब्रिज बना जच्चा-बच्चा वार्ड: सेना के मेजर रोहित बाचवाला ने गर्भवती महिला की जान बचाई

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 06 Jul, 2025 12:48 PM
रेलवे ब्रिज बना जच्चा-बच्चा वार्ड: सेना के मेजर रोहित बाचवाला ने गर्भवती महिला की जान बचाई

नारी डेस्क: रेलवे स्टेशन का एक सामान्य दिन उस समय भावुक कर देने वाली कहानी में बदल गया, जब भारतीय सेना के मेजर रोहित बाचवाला ने एक गर्भवती महिला और उसके नवजात शिशु की जान बचा ली। यह घटना न केवल मानवीयता की मिसाल बनी, बल्कि यह भी साबित किया कि एक सैनिक कभी छुट्टी पर नहीं होता, उसके कर्तव्य हर परिस्थिति में जीवित रहते हैं।

क्या हुआ था?

मेजर रोहित बाचवाला छुट्टी पर थे और रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे, तभी उन्होंने देखा कि एक गर्भवती महिला अचानक प्रसव पीड़ा से तड़प रही है। आसपास कोई मेडिकल सुविधा नहीं थी, स्थिति गंभीर होती जा रही थी।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बिना संसाधनों के की सुरक्षित डिलीवरी

मेजर रोहित ने एक पल की भी देरी न करते हुए खुद मोर्चा संभाला। उनके पास सिर्फ एक पॉकेट नाइफ, धोती और हेयर क्लिप थी। उन्होंने नजदीक मौजूद रेलवे कर्मचारियों की मदद ली और फुटओवर ब्रिज को ही अस्थायी डिलीवरी रूम बना डाला। महिला की सफल डिलीवरी कराई और नवजात शिशु को सुरक्षित जन्म दिलाया।

सोशल मीडिया पर मिला प्यार और सम्मान

इस साहसी कार्य की जानकारी जैसे ही सामने आई, सोशल मीडिया पर मेजर रोहित की जमकर सराहना होने लगी। लोग उन्हें “रियल हीरो” और “धरती का देवता” कहकर सम्मान दे रहे हैं।

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मेजर रोहित- एक मिसाल

यह घटना सिर्फ एक जान बचाने की नहीं, बल्कि यह दिखाती है कि सेना के जवान सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं, समाज के हर कोने में अपने कर्तव्यों को निभाते हैं। मेजर रोहित का यह कार्य एक डॉक्टर, एक सैनिक और एक इंसान के रूप में उनकी महानता को दर्शाता है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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इस प्रेरणादायक घटना ने यह सिखा दिया कि जब इरादे नेक हों, तो सीमित साधनों में भी चमत्कार किया जा सकता है।
मेजर रोहित बाचवाला को हमारा सलाम। 

 

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