आयुर्वेद में ऐसे कई पौधों है जिनका इस्तेमाल सदियों से गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए होता आ रहा है। उन्हीं चुनिंदा पौधों में से एक है ब्राह्मी ब्रह्ममण्डल। जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल होने वाला यह पौधा ना सिर्फ दिमाग की सुस्त नाडियों को खोलता है बल्कि इससे कई बीमारियां भी दूर रहती हैं। चलिए आपको बताते हैं कि इस पौधे से क्या-क्या फायदे मिलते हैं और कैसे इस्तेमाल इस्तेमाल किया जाए।
कैसे करें ब्राह्मी का सेवन?
पहला तरीका
सुबह खाली पेट ब्राह्मी की पत्तियों को धोकर अच्छी तरह चबाकर खाएं। इसके अलावा आप इसकी पत्तियों का चाय, ठंडाई या काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। ब्राह्मी की पत्तियां न मिलने पर आप इसके पाउडर यूज कर सकते हैं।
दूसरा तरीका
ब्राह्मी की सूखी पत्तियां और बादामगिरी की बराबर मात्रा लें। इसमें 1/4 काली मिर्च मिलाकर पानी में भिगोएं। फिर इनकी 3-3 ग्राम की टिकिया बनाएं और सुबह-शाम 1-1 टिकिया दूध के साथ लें।
चलिए जानते हैं ब्राह्मी की पत्तियां खाने से क्या क्या फायदे होते हैं
दिमाग की बंद नसें खोलें
सुबह खाली पेट इसकी पत्तियां चबाने से दिमाग की नसें खुल जाएगी और वो मजबूत होगा। साथ ही इससे आपको दिनभर सुस्ती व थकान भी महसूस नहीं होगी।
दिमागी विकारों को करे दूर
यह तनाव, डिप्रेशन, बार-बार भूलने की आदत, मानसिक विकार, मिर्गी की समस्या भी दूर करता है। शोध की मानें तो इसमें मस्तिष्क संबंधी 97 विकार दूर करने की ताकत होती है।
स्मरण शक्ति बढ़ाए
सुबह खाली पेट इसकी पत्तियां चबाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
स्ट्रोक का खतरा घटाए
यह दिमाग में खून का संचार बढ़ाती है, जिससे स्ट्रोक की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
अनिद्रा की समस्या
1 गिलास दूध में 2 चम्मच ब्राह्मी चूर्ण उबालकर सोने से पहले पीएं। इससे अनिद्रा की समस्या दूर होगी और नींद अच्छी आएगी।
इम्यूनिटी बढ़ाए
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ब्राह्मी के पत्ते चबाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे आप सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियों से बचे रहते हैं।
अस्थमा में फायदेमंद
रोज सुबह ब्राह्मी की पत्तियां चबाने से अस्थमा में फायदा मिलता है। इससे गले में कफ और बलगम की समस्या भी दूर होती है।
ब्लड शुगर कंट्रोल
इसमें एंटीहाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करते है। शोध के मुताबिक, डायबिटीज मरीजों को रोजाना ब्राह्मी की पत्तियां चबानी चाहिए।