रात को तकिए के बिना आजकल किसी को नींद नहीं आती। हालांकि एक वक्त ऐसा भी था जब लोग तकिए की बजाए गमछा या कपड़ा रखकर जमीन पर सोते थे। भले ही तकिए का इस्तेमाल आरामदायक हो लेकिन सेहत के लिहाज से बिना तकिए के सोना ज्यादा फायदेमंद है। डॉक्टर्स भी लोगों को तकिए के बिना सोने की सलाह देते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि बिना तकिए के सोने से सेहत को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
रीढ़ की हड्डी को मिलेगा आराम
बिना तकिए के सोने से सिर व रीढ़ की हड्डी एक ही पोजीशन में होती है और गर्दन स्पाइन की दिशा में रहती है। इससे गर्दन व रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है, जिससे शरीर में अकड़न, पीठ व गर्दन दर्द जैसी समस्याएं नहीं होती।
नहीं होंगी चेहरे पर झुर्रियां
शोध के मुताबिक, बहुत फूली हुई या मुलायम फोम वाली तकिए का यूज चेहरे पर झुर्रियां बढ़ाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस पोजीशन से चेहरे पर दबाव पड़ता है। वहीं, तकिए के धूल-मिट्टी, गंदगी और बैक्टीरिया भी स्किन पोर्स में जाकर त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे ना सिर्फ झुर्रियां होती हैं बल्कि बार-बार मुंहासे भी देखने को मिलते हैं।
सिर में होगा ज्यादा रक्त प्रवाह
तकिया के कारण सोते समय दिल ज्यादा उंचाई पर रहता है, जिससे खून को गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध यानि ऊपर जाने में ज्यादा कोशिश करनी पड़ती है। मगर, बिना तकिए के सोने से मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन होते है। इससे याददाश्त अच्छी होती है और मानसिक संतुलन ठीक रहता है।
सिरदर्द से राहत
बिना तकिए सोने से आप ज्यादा तरोताजा महसूस करते हैं और इससे सिरदर्द भी दूर हो जाता है। साथ ही इससे सुबह चक्कर, मॉर्निंग सिकनेस की समस्या भी नहीं होती।
बेहतर नींद
चूंकि बिना तकिए के सोने से मस्तिष्क तक खून का प्रवाह सही मात्रा में होता है इसलिए इससे अच्छी नींद आती है। साथ ही इससे तनाव भी दूर रहता है और सुबह आप फ्रैश महसूस करते हैं।
बालों की ग्रोथ बढ़ाए
खून का प्रवाह सही होने के कारण स्कैल्प को भी पर्याप्त मात्रा में रक्त मिलता है, जिससे बालों की ग्रोथ तेज होती है। साथ ही इससे बालों टूटना-झड़ना व सफेद होने की समस्या भी नहीं होती।
खर्राटों को रोके
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर बहुत ज्यादा खर्राटे आते हैं सिर की बजाए टांगों की बीच तकिया रखकर बाईं करवट में सोएं। इससे खर्राटे आने की समस्या नहीं होगी।
घुटनों के दर्द से आराम
घुटनों के दर्द के कारण नींद नहीं आती तो बिना तकिए सोने की आदत डालें। इसकी बजाए तकिया घुटनों के बीच या नीचे रखकर सोएं। कुछ दिनों में ही आपको फर्क महसूस होगा।
तकिए के बिना नहीं आती नींद तो क्या करें?
अगर आपको तकिए के बिना नींद नहीं आती तो कोशिश करें कि उसकी उंचाई ज्यादा ना हो। पतली तकिया होने से शरीर की पोजीशन में अधिक गड़बड़ नहीं होगी। हाथ में दर्द रहता है तो बाजू की सपोर्ट के लिए तकिया लगाकर सोएं। इससे आपको आराम मिलेगा।
सर्वाइकल के मरीज रखें ध्यान
सर्वाइकल से पीड़ित हैं तो तकिया की जगह टॉवल मोड़कर गर्दन के नीचे रखकर सोएं। इसके अलावा आप मैमोरी फोम पिलो का यूज कर सकते हैं , जो सर्वाइकल स्पाइन और लॉर्डोसिस से राहत देता है।
हो सकता है कि शुरुआती दिनों में कुछ लोगों को थोड़ी असुविधा महसूस हो लेकिन जब आप बिना तकिया सोने की आदत डाल लेंगें तो कुछ दिन बाद सहज महसूस करेंगे।