तमिल वृत्तचित्र ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स' के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीतने वालीं फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा भेदभाव का शिकार हुई है। उन्होंने कहा वह समारोह में बोलने का मौका नहीं मिलने से वह ‘बेहद स्तब्ध' हैं। ऑस्कर्स 2023 के मंच पर जब गुनीत मोंगा के बोलने का मौका आया, तभी उसी समय संगीत बजा दिया गया।
‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स' के लिए सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र का पुरस्कार जीतने वालीं फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा शुक्रवार को अपनी ट्रॉफी के साथ स्वदेश लौटीं, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्टेज पर अपनी बात ना कह पाने पर वो दुखी थीं और उनके चेहरे पर शॉक देखा जा सकता था।
एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गुनीत मोंगा ने कहा- ‘‘मैं पुरस्कार जीत कर कृतज्ञ हूं। मुझे ऐसा लगता है कि यह एक आशीर्वाद है। मुझे लगता है कि 1.4 अरब लोगों ने मिलकर इसकी रूपरेखा बनाई। इसलिये यह स्वप्निल है। '' मोंगा ने कहा- ‘‘जब मेरे बोलने का मौका आया तो उसी समय संगीत बजा दिया गया, जिससे मुझे काफी हैरानी हुई। मैं मंच पर मौजूद थी, लेकिन मैंने वहां मौजूद लोगों से जोर से कहा कि यह किसी भारतीय निर्माता कंपनी के लिए भारत का पहला ऑस्कर है और फिर हर कोई ताली बजाने लगा। ''
इसके साथ ही गुनीत ने कसम खाई कि अगली बार जब भी वो ऑस्कर जीतेंगे तो अपनी स्पीच जरूर देंगी। वहीं इसी बीच गुनीत मोंगा जब हाथ में Trophy लेकर आई तो उनका फूलों से जोरदार स्वागत हुआ। इतना ही नहीं गुनीत और उनके साथ आए लोगों के साथ-साथ ऑस्कर की Trophy का भीतिलक लगाकर और फूल अर्पित कर वेलकम किया गया।
तमिल भाषा के वृत्तचित्र ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने ‘डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट' श्रेणी में भारत के लिए पहला ऑस्कर जीता है। कार्तिकी गोंजाल्विस द्वारा निर्देशित ओटीटी (ओवर-द-टॉप) मंच ‘नेटफ्लिक्स' के इस वृत्तचित्र ने इस श्रेणी में ‘हॉलआउट', ‘हाउ डू यू मेजरमेंट ए ईयर?', ‘द मार्था मिशेल इफेक्ट' और ‘स्ट्रेंजर एट द गेट' को मात दी थी।