नारी डेस्कः भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता-सुखकर्ता कहा जाता है। कोई भी मंगल कार्य संपूर्ण करने के लिए पहले बप्पा की पूजा की जाती है। बहुत से लोग गणपति जी का व्रत भी करते हैं। गणपति प्रसन्न होंगे तो आपके घर में सुख-संपत्ति और समृद्धि का वास होगा। वहीं जो लोग निसंतान है, वह भी संतान प्राप्ति के लिए गणपति बप्पा की विशेष पूजा कर सकते हैं। निसंतान लोग गणपति जी की पूजा विशेष विधि से कर सकते हैं ताकि भगवान गणेश की कृपा से उन्हें संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिले।
गणेश मंत्र का जाप
गणपति जी के किसी भी मंत्र का नियमित जाप करना अत्यधिक शुभ होता है। आप "ॐ गण गणपतये नमः" मंत्र का जाप कर सकते हैं। अगर आपके कार्य बनते बनते बिगड़ रहे हैं तो आप इस मंत्रा का जाप करें। यह मंत्र बाधाओं को दूर करने में सहायक माना जाता है।
निसंतान लोग भगवान गणेश के "संतान प्राप्ति" मंत्र का जाप करें। एक विशेष मंत्र है: ॐ श्रीम ह्रीं क्लीं ग्लौं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा। इस मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार करना चाहिए। यह मंत्र संतान प्राप्ति की कामना को पूरा करने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। गणपति जी के अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र (108 नामों का पाठ) का नियमित रूप से पाठ करना चाहिए। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और संतान प्राप्ति में सहायता करते हैं।
मोदक का भोग
गणेश जी को मोदक अत्यंत प्रिय हैं। गणेश चतुर्थी या किसी विशेष अवसर पर उन्हें मोदक का भोग जरूर लगाएं। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
दूर्वा अर्पित करें
गणपति जी को दूर्वा (घास) अत्यंत प्रिय है। उन्हें दूर्वा अर्पित करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं।
लाल रंग का वस्त्र चढ़ाएं
रंगों में गणपति जी को लाल रंग सबसे प्रिय है। उनके पूजन के दौरान उन्हें लाल वस्त्र अर्पित करें, यह उनका प्रिय रंग है और इससे वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।
गणेश जी की आरती
प्रतिदिन या विशेष रूप से बुधवार और गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की आरती करना शुभ होता है। "सुखकर्ता दुःखहर्ता" या "गणेश आरती" से उनकी पूजा करें।
बुधवार का व्रत, सच्ची श्रद्धा व भक्ति
बुधवार का दिन गणपति जी को समर्पित है। सच्ची श्रद्धा और भक्ति से बुधवार का व्रत रखे यदि आप दिल से गणपति जी की आराधना करेंगे, तो वे आपकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण करेंगे। सिद्धिविनायक गणेश की प्रतिमा या चित्र के सामने पूजन करें। विशेष रूप से संतान प्राप्ति के लिए गणेश जी के इस रूप की पूजा की जाती है।
स्वर्ण या चांदी का मूषक (चूहा)
भगवान गणेश का वाहन मूषक है इसलिए स्वर्ण या चांदी के मूषक की स्थापना करके उसका पूजन करने से भी संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।
विद्या और बुद्धि की प्रार्थना
भगवान गणेश को बुद्धि और विद्या का देवता माना जाता है। उनकी पूजा करते समय संतान के लिए विद्या और बुद्धि का भी आशीर्वाद मांगें, क्योंकि गणेश जी ज्ञान और समृद्धि भी प्रदान करते हैं।
गणपति का दूध से अभिषेक
संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले लोग किसी गणेश मंदिर में जाकर भगवान गणेश का दूध या जल से अभिषेक कर सकते हैं। इससे गणेश जी प्रसन्न होकर संतान का आशीर्वाद देते हैं।
व्रत कथा सुनना
गणेश चतुर्थी के दिन या किसी विशेष अवसर पर गणेश व्रत कथा सुनना भी अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस कथा को सुनने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।
इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से भगवान गणेश की कृपा से निसंतान दंपतियों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।