नारी डेस्क: अभिनेत्री-राजनेता कंगना रनौत ने शुक्रवार को कहा कि उनकी फिल्म 'इमरजेंसी' अभी भी सेंसर बोर्ड के पास अटकी हुई है, जबकि ऐसी अफवाहें हैं कि इसे रिलीज के लिए मंजूरी दे दी गई है। हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद रनौत 6 सितंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं।
एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में अभिनेत्री ने दावा किया कि उन्हें और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि उन पर अपने सुरक्षा गार्डों द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या को न दिखाने का दबाव है। रनौत ने कहा- "ऐसी अफवाहें हैं कि हमारी फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। यह सच नहीं है। वास्तव में, हमारी फिल्म को पहले ही मंजूरी मिल गई थी, लेकिन कई धमकियों के कारण इसका प्रमाणन रोक दिया गया है।"
कंगना ने आरोप लगाया कि- "सेंसर बोर्ड के लोगों को भी बहुत सारी धमकियां मिल रही हैं। हम पर श्रीमती गांधी की हत्या, जरनैल सिंह भिंडरावाले और पंजाब दंगों को न दिखाने का दबाव है। मुझे नहीं पता कि हम तब क्या दिखाएंगे, जब फिल्म में ब्लैकआउट है? यह मेरे लिए अविश्वसनीय समय है और मुझे इस देश में इस स्थिति के लिए बहुत खेद है," ।
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने शुक्रवार को सीबीएफसी को एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें रनौत की फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग की गई, जिसमें दावा किया गया कि यह "सांप्रदायिक तनाव को भड़का सकती है" और "गलत सूचना फैला सकती है"। इसने आरोप लगाया कि फिल्म के ट्रेलर में गलत ऐतिहासिक तथ्य दिखाए गए हैं जो न केवल सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करते हैं बल्कि नफरत और सामाजिक कलह को भी बढ़ावा देते हैं।