05 MAYSUNDAY2024 8:47:10 AM
Nari

राममय हुआ माहौल! Rajasthan के कलाकार ने पेंसिल की नोक पर बनाई भगवान राम की अनोखी कलाकृति

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 20 Jan, 2024 05:18 PM
राममय हुआ माहौल! Rajasthan के कलाकार ने पेंसिल की नोक पर बनाई भगवान राम की अनोखी कलाकृति

रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले ही भक्त दूर- दूर से कई तरह के भेंट लेकर पहुंच रहे हैं। कई कलाकार और भक्त अपने स्तर पर नए- नए काम भी कर रहे हैं। जहां पिछले दिनों एक कलाकार ने सोने- हीरों से जड़ी राम मंदिर की छोटी replica बनाकर मंदिर ट्रस्ट को भेंट की थी तो अब वहीं जयपुर से ही ऐसी ही कुछ भेंट सामने आया है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...

PunjabKesari

इस शख्स ने की पेंसिल की नोक पर अनोखी कलाकृति

जयपुर के महेश नगर में रहने वाले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड होल्डर मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने पेंसिल की नोक पर श्रीराम की कलाकृति बनाई है। नवरत्न प्रजापति ऐसा करने वाले जयपुर के पहले कलाकार है। नवरत्न ने पेंसिल की नोक पर अति सूक्ष्म श्री राम की कलाकृति बनाई है। मूर्ति के बारे में नवरत्न में कहना है कि नोक पर बनाई गई भगवान राम की कलाकृति को तैयारी करने में उन्हें 5 दिन का समय लगा। इसकी लंबाई 1.3 सेंटीमीटर है। इस कलाकृति में एक हाथ में धनुष तो दूसरे हाथ में बाण को तराश कर भगवान राम की मूर्ति बनाई गई है।

ये खबर भी पढ़े : कौन हैं Arun Yogiraj जिनकी देशभर में है डिमांड, पीएम मोदी भी हुए इनकी कलाकारी के मुरीद

 

राम मंदिर ट्रस्ट को भेंट की जाएगी ये रामलला की कलाकृति

ये मूर्ति राम म्यूजियम में रखने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट को तोहफे के रूप में दी जाएगी। इससे पहले नवरत्न ने 2 एमएम की लकड़ी की चम्मच बनाई थी। इसके अलावा पेंसिल की नोक पर भगवान गणपति, भगवान महावीर स्वामी, महाराणा प्रताप, वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, डॉ भीमराव अंबेडकर, पीएम नरेंद्र मोदी और 101 कड़ी चैन की भी बना चुके हैं, इसे गले में भी पहना जा सकता है।

PunjabKesari

 सैंड आर्टिस्ट ने भी दिखाया कमाल

देश के कोने- कोने से कई सारे कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं। राजस्थान के ही अजमेर से अजय रावत नाम के सैंड आर्टिस्ट ने राम मंदिर की बेहद दी सुंदर कलाकृति बनाई है। वो पिछले एक महीने से सैंड पार्क में मंदिर की कलाकृति बना रहे हैं। हर दिन 2- 4 घंटे काम किया और इसमें 1000 टन से ज्यादा रेत काम में लाई गई।
 

Related News