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इंसानियत अभी ज़िंदा है! बीवी के गहने बेच ख़रीदा ऑटो, एम्बुलेंस बना मरीज़ों को ले जा रहे अस्पताल

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 01 May, 2021 06:58 PM
इंसानियत अभी ज़िंदा है! बीवी के गहने बेच ख़रीदा ऑटो, एम्बुलेंस बना मरीज़ों को ले जा रहे अस्पताल

देश में जहां तेजी से कोरोना वायरस बढ़ता जा रहा है वहीं कुछ लोगों की ऐसी मिसालें देखने को मिल रही हैं जिससे इस बिमारी का सामना करने में बहुत से लोगों को हिम्मत मिल रही हैं। हाल ही में एक 85 साल के बुजुर्ग ने अस्पताल में यह कर कर अपना बेड खाली कर दिया था कि , 'मैने तो अपनी जिंदगी जी ली, मेरा बेड इस महिला के आदमी को दे दिया जाए,'  क्योंकि सामने वाला मरीज़ उस बुजुर्ग से काफी यंग था। और तीन दिन बाद ही उस बुजुर्ग की मौत हो गई जिसे देख हर किसी की आंख छलक उठी। 
 

वहीं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक और ऐसा ही दिलचस्प किस्सा देखने को मिल रहा है। दरअसल, भोपाल में ऑटो ड्राइवर जावेद खान ने कोविड मरीजों की मदद के लिए कुछ ऐसा किया, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। ऑटो ड्राइवर जावेद खान ने मरीजों को फ्री में अस्पताल ले जाने के लिए अपने ऑटो को परी तरह एम्बुलेंस में तबदील कर दिया है। 

 

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एम्बुलेंस की कमी के कारण लिया यह फैसला
बतां दें कि देश में लाखों की तदाद में कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं जिसके चलते की राज्यों में एम्बुलेंस की कमी देखी जा रही है. ऐसे में बहुत सारे आम लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. ऐसे में जावेद खान भी मरीजों की मदद के लिए आगे आए. एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर देखा कि एम्बुलेंस की कमी के कारण लोगों को अस्पताल लेजाना काफी मुश्किल हो रहा है, इसलिए मैंने ऐसा करने का सोचा।


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पत्नी के गहने  बेच शुरू की यह निशुल्क सेवा
जावेद खान ने कहा कि मैंने इसके लिए अपनी पत्नी के गहने तक बेच दिए हैं।  मैं रिफिल सेंटर के बाहर लाइन में खड़े होकर ऑक्सीजन लेता हूं। मेरा मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर उपलब्ध है. एंबुलेंस न होने पर लोग मुझे फोन कर सकते हैं. मैं 15-20 दिनों से यह कर रहा हूं और अब तक मैं 9 गंभीर मरीजों को अस्पताल ले गया हूं। 


 

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