दुनियाभर में कोरोना वायरस से आतंक मचा रखा है। इससे बचने के लिए एक्सपर्ट्स द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व हैल्दी डाइट लेने की सलाह दी जा रही है। यह वायरस शरीर में जाकर फेफड़ों के तेजी से खराब कर रहा है। ऐसे में जरूरी है कि फेफड़ों की मजबूती बनाएं रखने के लिए हैल्दी डाइट के साथ रोजाना योगा किया जाए। तो आइए आज हम आपको 5 ऐसे योगासन बताते हैं, जिसे करने से फेफड़ों में मजबूती आएगी।
सुखासन
सुखासन करने से सारा ध्यान सांसों पर केंद्रित किया जाता है। इससे फेफडो़ं में ऑक्सीजन का संचार बेहतर तरीके से होता है। फेफड़ों में मजबूती आने से इससे जुड़ी बीमारियों से बचाव रहता है। इसके अलावा इसे करने से दिमाग शांत होता है। ऐसे में तनाव दूर होकर खुशी का अहसास होता है।
ऐसे करें
. जमीन पर दोनों पैरों को क्रॉस करते हुए बैठ जाएं।
. सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर बिना कोई खिंचाव किए सीधा रखें।
. आंखें बंद करके शरीर को ढीला छोड़ दें।
. गहरी सांस लें।
. इसी मुद्रा में 10 मिनट तक रहे।
सेतु बंधासन
सेतु बंधासन करने से शरीर पुल की तरह रुप लेता है। ऐसे में इसे अंग्रेजी भाषा में Bridge Pose कहते हैं। इसे करने से पेफड़ों को मजबूती मिलती है। ऐसे में फेफड़ों की कार्यक्षमता तेजी बढ़ती है। साथ ही सीने में होने वाले नसों के ब्लॉकेज से बचाव रहता है। खासतौर पर अस्थमा के मरीजों को रोजाना इस आसन को करना चाहिए। इसके अलावा आसन को करने से खून का प्रवाह सिर की ओर बढ़ता है। ऐसे में तनाव, चिंता, सिरदर्द, अनिद्रा आदि से छुटकारा मिलता है। दिमाग शांत होने के साथ ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।
ऐसे करें
. जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।
. धीरे-धीरे सांस लेते हुए हाथों को बगल में रख लें।
. फिर पैरों को घुटनों से मोड़कर हिप्स के पास लाएं।
. अब हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएं।
. हाथों को जमीन पर ही रखें औरकुछ देर सांस को रोके।
. बाद में सांस छोड़ते हुए वापस जमीन पर लेट जाएं।
. 10-15 सेकेंड के बाद इसे दोबारा करें।
नौकासन
नौकासन करने फेफड़ों को मजबूती मिलती है। ऐसे में सांस संबंधी समस्याओं से आराम रहता है। इसके साथ इस योगासन से मांसपेशियों में खिचाव होने से स्पाइन की नस मजबूत होती है। पीठ, कमर दर्द से आराम रहता है।
ऐसे करें
. जमीन पर बैठ जाएं।
. अब अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं.
. अब गहरी सांस लेते हुए हाथों को पैरों की तरफ लेकर आएं।
. कुछ समय इस मुद्रा में रहें।
. बाद में सामान्य अवस्था में आ जाएं।
भुजंगासन
रोजाना खुली हवा में भुजंगासन करें। इससे फेफड़ों व दिल की नसों में ब्लॉकेज खोलने में मदद मिलती है। ऐसे में फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। इसके साथ ही इस योगासन को करने से मेटाबॉलिज्म सुधार आता है। किडनी व लिवर को स्वस्थ रखने में भी मदद मिलती है। शरीर पर जमा एक्सट्रा चर्बी कम होकर बॉडी शेप में आती है।
ऐसे करें
. जमीन पर पेट के बल लेट कर हाथों को जमीन पर टिका लें। फिर सिर को पीछे की ओर मोडें।
. धीरे-धीरे सांस अंदर भरें।
. अपने सामर्थ्य के मुताबिक सांस रोके फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए जमीन की ओर आएं।
. इसी प्रकिया को 3-4 बार दोहराएं।
त्रिकोणासन
त्रिकोणासन करने से सांस संबंधी समस्याएं दूर होती है। यह योगासन फेफड़ों को साफ में मदद करता है। पाचन क्रिया दुरुस्त होने के साथ पेट संबंधी समस्याओं आराम रहता है। एकाग्रता शक्ति बढ़ने से मन शांत होता है। ऐसे में तनाव से राहत मिलती है। इसके अलावा त्रिकोणासन करने से मोटापा कम होता है।
ऐसे करें
. सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
. अब दोनों पैरों में दूरी बनाते हुए फैलाएं।
. धीरे-धीरे रीढ़ की हड्डी को नीचे की ओर मोड़ते हुए झुके और अपने बाए हाथ से बाए पैर को छुए।
. फिर अपने दाहिना हाथ को ऊपर की तरफ एकदम सीधा रखें।
. सिर को ऊपर की ओर करते हुए दाहिने हाथ की ओर देखें।
. इसी मुद्रा में 15 से 20 सेकेंड रहकर गहरी सांस लें। फिर सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
. दोबारा दूसरी ओर से इस योगा को करें।