हम अपने हाथों से कर्म करते है। ऐसे में यह हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है। वास्तु के अनुसार हमारे हाथों में देवी-देवताओं का वास होता है। कहा जाता है कि हमारे हाथ के आगे के भाग मे देवी लक्ष्मी, बीच के भाग में देवी सरस्वती और निचले भाग में नारायण यानी भगवान विष्णु जी वास करते है। ऐसे में सुबह उठते ही अपनी हथेलियों को देखने से भगवान के दर्शन करने जितना पुण्य प्राप्त होता है। ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि भगवान जी हमले अच्छे कर्म करवाएं। संसार का सारा वैभव, शिक्षा, पराक्रम हमें हाथों के जरिए ही मिलता है। इसलिए हाथों में लक्ष्मी, सरस्वती और विष्णु तीनों का वास माना गया है। ऐसे में इनकी कृपा बनी रहती है। सारा दिन अच्छे से बीतता है। घर-परिवार में खुशियों, सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
हथेली को देखें
मान्यता है कि सुबह उठकर सबसे पहले अपने हाथों को देखना चाहिए। असल में हमारे हाथ ही कर्म करता है। ऐसे में इनमें किस्मत को बदलने की क्षमता होती है। इसके साथ ही व्यक्ति पूरा दिऩ ऊर्जावान और खुश रहता है।
आखिर क्यों देखी जाती है हथेलियां?
कहा जाता है कि हमारे हाथों में देवी- देवताओं का वास होता है। ऐसे में व्यक्ति पर देवी लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान गोविंद की कृपा बनी रहती है। इसलिए रोजाना सुबह उठकर सबसे पहले अपनी हथेलियों को देखना चाहिए। इससे सभी कामों में सफलता मिलती है। साथ ही पूरा दिन अच्छा निकलता है।
मन्त्र का करें जाप
अपनी हथेलियों को देखने के साथ मंत्र का जाप करना काफी शुभ माना जाता है। इसलिए सुबह उठकर अपनी हथेलियों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। 'कराग्रे वसति लक्ष्मी:, कर मध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्द:, प्रभाते कर दर्शनम' के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्रा का जाप करते समय पूरा ध्यान हाथों की तरफ ही होना चाहिए। उसके बाद हाथों को चेहरे पर लगाना चाहिए। इससे व्यक्ति पर भगवान की अपार कृपा बनी रहती है। घर पर देवी धन का आगमन होता है। सेहत बरकरार रहने के साथ बुद्धि भी तेज होती है।
सबसे पहले किसे छूना चाहिए?
हथेलियों को देखने के बाद अपने बेड से नीचे पैर रखने से पहले जमीन को छूएं। जमीन को धरती मं कहे जाने के कारण उन्हें मां जैसा आदर-भाव दें। इसलिए धरती को छूएं और उसके बाद अपने हाथों को माथे पर लगाएं।
ऊर्जा का संचार
रोजाना ऐसा करने से शरीर में पॉजीटिव एनर्जी आती है। व्यक्ति तन-मन से खुशी फील करता है। इसके साथ ही दिनभर साकारात्मक सोच रखने से सभी काम बेहतर ढंग से होते है। साथ ही इनमें सफलता मिलने में मदद मिलती है।