हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। बता दें कि सारी एकादशियों में निर्जला एकादशी को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसका व्रत करने से साल भर की सारी एकादशी का फल प्राप्त हो जाता है। इस एकादशी के व्रत से भगवान विष्णु बहुत जल्द भक्तों से प्रसन्न भी हो जाते हैं। इस दिन किए गए कुछ उपायों से विष्णु का आशीर्वाद बना रहता है और साड़े बिगड़े हुए काम बन जाते हैं।
निर्जला एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त
निर्जला एकादशी की शुरुआत 30 मई 2023 मंगलवार की दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से होगी। अगले दिन 31 मई, बुधवार की दोपहर 1 बजकर 47 मिनट पर यह समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई को रखा जाएगा।
निर्जला एकादशी के दिन करें ये काम
1. निर्जला एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान-ध्यान के बाद भगवान विष्णु के मंत्र का 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें। निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को एक नारियल और थोड़ा बादाम चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से कार्य में आ रही सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
2. विष्णु भगवान के तुलसी बेहद प्रिय है। निर्जला एकादशी के दिन तुलसी के कुछ उपाय जरूर करने चाहिए। इस दिन शाम के समय तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए। इसके बाद विष्णु भगवान के मंत्र का जाप करते हुए 11 बार तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें। ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है और सुख-शांति बनी रहती है।
3. एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु की पूजा में पीले रंग का फूल अर्पित करना चाहिए। इस दिन विष्णु भगवान को भोग लगाते समय खीर में तुलसी दल डालना चाहिए। ऐसा करने से विष्णु भगवान प्रसन्न होकरा सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
4. शास्त्रों के अनुसार विष्णु भगवान पीपल के वृक्ष में निवास करते हैं। निर्जला एकादशी व्रत के दिन पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाने से विष्णु भगवान का आशीर्वाद मिलता है। ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन पीपल पर जल चढ़ाने से कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।