पूरी दुनिया में सभी लोग अलग-अलग रंग रूप के हैं। किसी का चेहरा तो किसी की कद काठी अलग होती है। आज हम एक ऐसी महिला का जिक्र करने जा रहे हैं, जिसे दुनिया की सबसे बदसूरत माना जाता है। अगर इस महिला के चेहरे को छोड़कर उनके गुण को देखें तो वह दूसरों से बिल्कुल अलग थी और खुद की ज़िंदगी जीने वाली थी
मैरी ऐन के थे 4 बच्चे
हम बात कर रहे हैं मैरी ऐन बेवन की। 1874 में लंदन के न्यूहैम में जन्मी मैरी बाकी लड़कियों की तरह साधारण जीवन ही जी रही थी, लेकिन एक बिमारी ने उसका सबकुछ बर्बाद कर दिया। मैरी बड़े होकर नर्स बनना चाहती थी, उनकी शादी थॉमस बेवन नाम के शख्स से हो गई और दोनों के चार बच्चे थे।
एक्रोमेगाली नाम की बीमारी का शिकार हुई मैरी
29 साल की उम्र में मैरी एन को एक्रोमेगाली नाम की बीमारी ने घेर लिया और शरीर में बहुत अधिक हार्मोन बढ़ने के कारण धीरे- धीरे उनके चेहरे का शेप बदलने लगा। उनका चेहरा मर्दों की तरह विकसित होने लगा और उनकी दाढ़ी भी आने लगी। इस बीमारी की वजह से उनके शरीर में काफी दर्द रहता था। मैरी को माईग्रेन की भी समस्या थी जिसके कारण उनके सिर में भी हमेशा दर्द बना रहता था
पैसों के लिए प्रतियोगिता में लिया भाग
आज के युग में इस बीमारी का इलाज है, लेकिन उस वक्त डॉक्टर इस पर काबू नहीं पा पाए। पति की मौत के बाद उनकी आर्थिक हालात भी खराब होने लगी। उन्हें पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत थी जिसके कारण उन्होंने वर्ष 1920 के दशक में दुनिया की सबसे बदसूरत महिला प्रतियोगिता में भाग लिया।
लोग करते थे भद्दे कमेंट
मैरी को यकीन था कि वह इस प्रतियोगिता को जीत जाएंगी और उसका समस्या का हल निकल जाएगा। सबके सामने खुद का अपमान कराकर उन्होंने कोनी आइलैंड ड्रीमलैंड सर्कस में अपनी जगह बनाई। लोग सर्कस में उन्हें देखकर हंसने के लिए आते थे। लोग मैरी को देखकर भद्दे कमेंट करते थे, लेकिन उसका परिवार उसे जानता था कि वह वास्तव में अंदर से बहुत सुंदर थी। साल 1933 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। a